कराची,
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला कराची में खेला जा रहा है. इस मुकाबले में पाकिस्तान टीम ने अपने उप-कप्तान मोहम्मद रिजवान को प्लेइंग-11 से ड्रॉप कर दिया गया था. रिजवान की जगह सरफराज अहमद को एकादश में जगह मिली थी. रिजवान ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में काफी खराब बैटिंग की थी जिसके चलते उन्हें बाहर रखने का फैसला किया गया था.
कप्तानी कैसे करने लगे रिजवान?
हालांकि रिजवान मुकाबले में फील्डिंग करते दिखे क्योंकि बाबर आजम समेत तीन खिलाड़ी वायरल फ्लू के चलते मैदान पर उतरने में असमर्थ थे. सब्सटीट्यूट खिलाड़ियों का फील्डिंग करना तो आम बात है लेकिन हद तब हो गई जब रिजवान कप्तानी करने लगे और वह फील्ड सेटिंग करने में भी मशगूल दिखे. क्रिकेट के नियमानुसार यह बिल्कुल जायज नहीं था क्योंकि सब्स्टीट्यूट प्लेयर को कप्तानी करने की इजाजत नहीं होती है.
टीम प्रबंधन की ओर से शुरू में कहा गया था कि बाबर की अनुपस्थिति में रिजवान टीम के कार्यवाहक कप्तान थे, लेकिन डीआरएस के लिए पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को जिम्मेदारी सौंपा गई है. न्यूजीलैंड की पारी के 53वें ओवर में सरफराज ने डेवोन कॉन्वे के खिलाफ रिव्यू भी लिया, जो सफल रहा है. बाद में पाकिस्तान टीम प्रबंधन को बताया गया था कि सब्स्टीट्यूट को मैदान पर टीम को लीड करने की अनुमति नहीं थी. बाद में मैनेजमेंट ने आईसीसी ऑफिशियल्स से कहा कि सरफराज स्टैंड-इन कप्तान हैं.
क्या कहता है इससे जुड़ा नियम?
क्रिकेट के नियमों को बनाने वाली संस्था एमसीसी के 24.1.2 नियम के अनुसार सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी मैच में कप्तानी, बैटिंग या बॉलिंग नहीं कर सकता है. सिर्फ अंपायरों की अनुमति लेकर वह विकेटकीपिंग कर सकता है. रिजवान ने तीसरे दिन एक मौके पर डीआरएस लेने के लिए इशारा भी किया था, लेकिन तब तक सरफराज अहमद कॉल कर चुके थे.
वर्ल्ड कप में भी हुई थी पाकिस्तान की फजीहत
पिछले टी20 वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ मुकाबले में भी पाकिस्तान टीम की फजीहत हुई थी. उस मैच में फ्री-हिट बॉल पर विराट कोहली बोल्ड हो गए और गेंद उनके बैट से भी नहीं लगी थी, इसके बावजूद कोहली ने तीन रन भाग लिए थे. उसके बाद तो पाकिस्तानी टीम सवाल उठा रही थी कि विराट ने रन क्यों दौड़े क्योंकि विकेट में लगने के बाद गेंद डेड मानी जानी चाहिए.
नियमों के मुताबिक कोई बल्लेबाज फ्री-हिट पर आउट हो जाता है तो वह रन दौड़ सकता है और दौड़े गए कुल रन उसके स्कोर में जुड़ जाएंगे. अगर गेंद बल्ले के किनारे से लगकर विकेट पर लग जाती है तो वह रन ले सकता है जो उसके कुल योग में जोड़ा जाएगा. लेकिन अगर गेंद बिना बैट पर लगे बिना विकेट पर लग जाती है, तो रन एक्स्ट्रा में चला जाएगा. इसी के चलते जब विराट फ्री-हिट बॉल पर बोल्ड हुए और तीन रन दौड़े गए तो वह बाई के खाते में गई