चेन्नई, नई दिल्ली
साल 2014 के बाद से देश के विभिन्न राज्यों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा चुकी भारतीय जनता पार्टी को लेकर DMK प्रमुख और तमिलनाडु के मख्यमंत्री एमके स्टालिनने बड़ा बयान दिया है। न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में जब उनसे गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक राज्य में हुए चुनावों के परिणाम के आधार पर आप न तो पूरे देश के मूड का अनुमान लगा सकते हैं और न ही लगाना चाहिए।
स्टालिन ने कहा कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में ‘गेम के रूल्स’ अलग-अलग होते हैं। एमके स्टालिन ने कहा कि देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में भाजपा के समर्थन में “भिन्नता” है।खासतौर पर अपने राज्य तमिलनाडु के बारे में बात करते हुए, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि भाजपा ने क्षेत्रीय सहयोगियों की “पीठ पर सवार होकर” अतीत में और पिछले राज्य के चुनावों में विधानसभा सीटें जीती हैं। बीजेपी अपने दम पर एक भी सीट नहीं जीत सकती।”
उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों के अधिकारों को हड़पने की कोशिश कर रही है और समवर्ती सूची के सब्जेक्ट्स को भी अपना मानने की कोशिश कर रही है।उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राज्यपालों के जरिए विभिन्न राज्यों में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश कर रही है। न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में एमके स्टालिन ने कहा कि विभिन्न राज्यों में निर्वाचित सरकारों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे ‘नियुक्त’ राज्यपालों का व्यवहार और दृष्टिकोण हमारे संविधान का उपहास है।”
एमके स्टालिन ने आगे कहा कि सिर्फ डीएमके ही नहीं बल्कि केरल में सीपीआई-एम, तेलंगाना में बीआरएस, पश्चिम बंगाल में टीएमसी और दिल्ली में आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक खेल खेलने वाले राज्यपाल संघ के लोकतांत्रिक और संघीय स्वरूप के लिए शुभ नहीं हैं। इसे ठीक किया जाना चाहिए।