पुत्रमोह में बहु विधवा हो गई… मंत्रीजी का पछतावा कलेजा चीर देगा, अपील दिल जीत लेगी

लखनऊः

दो साल पहले बेटे को नशे की वजह से जान गंवाते देखा तो सारे देश को नशामुक्त करने का संकल्प ले लिया। अब वह उत्तर प्रदेश में नशा मुक्ति का अभियान चला रहे हैं। हम बात कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर की, जिन्होंने नए साल से ठीक एक दिन पहले एक ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने गलती करके अपने नशा करने वाले बेटे की शादी कर दी, जिससे उनकी बहू विधवा हो गई। उन्होंने लोगों से अपील भी की कि लोग अपनी बेटियों की शादी नशा करने वाले लड़के से न करें, चाहे वह कितना ही अमीर क्यों न हो।

कौशल किशोर ने साल 2022 के आखिरी दिन शनिवार को नशा मुक्ति दीप यात्रा भी निकाली। परिवर्तन चौक से हजरतगंज जीपीओ तक मार्च के माध्यम से उन्होंने नशा मुक्ति के लिए लोगों को प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने एक ट्वीट किया, जिसने लोगों का दिल जीत लिया। लोग कौशल किशोर की इस भावना और संकल्प शक्ति की जमकर तारीफ करने लगे। कौशल किशोर ने अपने ट्वीट में लोगों से अपील की कि नशा करने वाले लड़कों से अपनी बेटियों की शादी न करें।

कौशल किशोर ने कहा, “मैंने एक गलती करके अपने नशा करने वाले लड़के की शादी कर दी जिसकी वजह से आज मेरी बहू विधवा हो गई। अब कोई और लड़की विधवा ना हो इसलिए अपनी लड़कियों की शादी किसी भी नशा करने वाले व्यक्ति से न करें, चाहे वह कितने बड़े पद, पोस्ट पर हो और चाहे कितना ही वह अमीर हो।” उन्होंने आगे कहा कि अगर नशा न करने वाले किसी गरीब लड़के से शादी करेंगे तो निश्चित तरीके से कम से कम लड़कियां सुरक्षित रहेंगी और अमन चैन से रहेंगी। जो लोग नशा करते हैं वह लोग घर में आकर मारपीट-झगड़ा विवाद गाली-गलौज करते हैं जिसकी वजह से परिवार पीड़ित रहता है और महिलाओं को बच्चों को सबसे ज्यादा यह पीड़ा झेलनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए सभी से अनुरोध है कि अपनी लड़कियों की शादी नशा न करने वाले लड़कों से ही करें और लड़कियों से भी मेरा अनुरोध है कि लड़कियां नशा करने वाले लड़कों से शादी करने से इंकार कर दें। ऐसे लड़कों से ही शादी करें जो नशा नहीं करते। कौशल किशोर के इस ट्वीट पर लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की। उनके इस अभियान को सोशल मीडिया यूजर्स का जमकर समर्थन मिल रहा है।

नशे के कारण गई थी बेटे की जान
दरअसल, कौशल किशोर के बेटे आकाश किशोर का नशे के कारण अक्टूबर 2020 में निधन हो गया था।वह शराब पीने के आदी थी। उन्हें यह लत छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र भी भेजा गया था। इसके 6 महीने बाद ही उनकी शादी करा दी गई थी। शादी के बाद उन्होंने फिर से पीना शुरू कर दिया, जिससे अक्टूबर 2020 में उनकी मौत हो गई। आकाश का जब निधन हुआ तब उनका बेटा सिर्फ दो साल का था।

कौशल किशोर को इस घटना ने झकझोर दिया। इसके बाद से ही उन्होंने संकल्प लिया था कि वह पूरे प्रदेश और देश को नशामुक्त करने का अभियान चलाएंगे। उन्होंने इसके लिए आंदोलन शुरू किया और अनेक आयोजन किए। उन्होंने बताया कि 20 हजार लोग फिलहाल इस आंदोलन से जुड़ चुके हैं, जिन्होंने नशे का साथ छोड़ जिंदगी को चुन लिया। कौशल किशोर ने साल 2022 के आखिरी दिन राजधानी लखनऊ में नशा मुक्ति दीप यात्रा निकाली।

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