दोस्त से कार मांगी, एक साथ शराब पीकर निकले… कंझावला सड़क हादसे में जान‍िए आरोपियों ने क्‍या कबूला

नई दिल्ली

दिल्ली के कंझावला में सड़क हादसे में दर्दनाक तरीके से जान गंवाने वाली लड़की से जुड़े मामले में कई अहम जानकारी सामने आई है। घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपियों में से दो दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने घटना से जुड़ी कई जानकारी पुलिस को बताई है। घटना के साथ कार दीपक खन्ना ही चला रहा था। दीपक ने पूछताछ में बताया कि हादसे से एक दिन पहले ही उसने अमित के साथ मिलकर अपने दोस्त से कार मांगी थी। दीपक ने बताया कि उसने 31 दिसंबर को अपने दोस्त के पास से शाम करीब 7 बजे कार लेकर आए थे।

कार मालिक दोस्त को दी हादसे की जानकारी
हादसे के बाद इन लोगों ने कार को 1 जनवरी की सुबह 5 बजे अपने घर के पीछे खड़ी कर दी। दीपक और अमित ने कार के मालिक और अपने दोस्त को एक्सिडेंट की बात बताई थी। इन दोनों ने अपने दोस्त को कहा कि उन लोगों ने एक स्कूटी सवार लड़की को टक्कर मार दी है। उन्होंने दोस्त को यह भी बताया कि लड़की को टक्कर मारने के बाद वह लोग मौके से फरार हो गए। इसके बाद वह लोग कंझावला पहुंचे। इस पूरे मामले में सबसे अहम बात है कि दोनों ने इस बात को स्वीकार किया है कि घटना से पहले उन लोगों ने शराब पी रखी थी। पुलिस की एफआईआर में इस बात का जिक्र किया गया है।

कंझावला में पता लगा लड़की कार में फंसी है
पुलिस की पूछताछ में दीपक ने इस बात को स्वीकार किया है कि हादसे के समय कार को वह ही चला रहा है। पांच आरोपियों में शामिल मनोज मित्तल कार में दीपक के साथ आगे ही बैठा था। मनोज मित्तल वही शख्स है जिसके बीजेपी नेता होने का दावा किया जा रहा है। मनोज सुल्तान पुरी में ही राशन डिपो चलाता है। हादसे के समय अन्य आरोपी मिथुन कुमार, अमित खन्ना पिछली सीट पर बैठे हुए थे। दीपक और अमित ने पुलिस को बताया कि मौके से फरार होने के बाद उन लोगों ने कार को कंझावला में जोंटी गांव के पास रोका। यहां ही उन्हें पता लगा कि लड़की उनकी कार में फंसी हुई है।

कोर्ट ने 5 आरोपियों को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा
रोहिणी कोर्ट ने सोमवार को सुल्तानपुरी में कई किलोमीटर तक कार से घसीटी गई 20 वर्षीय महिला की निर्मम हत्या के पांचों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। हादसे के बाद पुलिस ने दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल के रूप में पहचाने गए पांच लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस ने पांच दिनों की हिरासत के लिए अनुरोध किया था, लेकिन अदालत ने मामले में आगे की जांच के लिए केवल तीन दिन की रिमांड की अनुमति दी थी।

फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने किया पोस्टमार्टम
पीड़िता के शव का फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने सोमवार को पोस्टमॉर्टम किया। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) में एक मेडिकल बोर्ड की निगरानी में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद केस में अन्य धाराओं को जोड़ा जाएगा। इससे पहले आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

12 किलोमीटर तक घिसटती गई थी लड़की
पुलिस ने सोमवार को बताया कि तेज रफ्तार कार ने 1 जनवरी को तड़के करीब 3 बजे सामने से स्कूटी को टक्कर मारी थी। टक्कर लगने के बाद लड़की कार के पहिए में फंस गई थी। पुलिस ने बताया कि पीड़िता का पैर कार के एक पहिए में फंस गया था। इसके बाद करीब 12 किलोमीटर तक घसीटती चली गई थी। घटना के एक दिन बाद बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में सोमवार को स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस इसे सड़क दुर्घटना बताकर बलात्कार के मामले को ढंकने का प्रयास कर रही है।

गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी
गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से बाहरी दिल्ली के कंझावला में एक महिला की मौत के मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वहीं, घटना को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया। उनसे जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से कंझावला घटना पर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। अधिकारी ने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद, दिल्ली पुलिस द्वारा गृह मंत्रालय को घटना पर अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने की उम्मीद है।

आम आदमी पार्टी ने LG आवास के बाहर प्रदर्शन किया
आम आदमी पार्टी (आप) ने कंझावला में हुई घटना को लेकर सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग की, वहीं सक्सेना ने कहा कि इस ‘अमानवीय’ अपराध से उनका सिर शर्म से झुक गया है। विधायक आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक सहित ‘आप’ के लगभग 200 नेता और कार्यकर्ता सिविल लाइंस स्थित राज निवास के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी की। ‘आप’ नेताओं ने उपराज्यपाल का इस्तीफा भी मांगा।

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