तेजी से फैल रहा है और इम्यूनिटी को चकमा दे रहा है कोरोना का XBB15 वेरिएंट, पढ़ें एक्सपर्ट की राय

नई दिल्ली

अमेरिका में कोरोना फैलने की सबसे बड़ी वजह XBB15 वेरिएंट बताया जा रहा है। 40 पर्सेंट संक्रमण इस वेरिएंट की वजह से हो रहा है। न्यूयॉर्क में इसकी वजह से मरीजों का एडमिशन भी बढ़ गया है। भारत में भी XBB वेरिएंट 5-6 महीने से फैल रहा है। यहां पर अभी XBB15 का केवल एक ही मरीज मिला है। एक्सपर्ट का कहना है कि दोनों ही ओमीक्रोन के सब वेरिएंट हैं, लेकिन XBB वेरिएंट की तुलना में XBB15 वेरिएंट ज्यादा तेजी से फैलता है और इसमें इम्यून को चकमा देने की क्षमता ज्यादा है।

कोविड एक्सपर्ट डॉक्टर अंशुमान कुमार ने बताया कि ओमीक्रोन के वेरिएंट में लगातार बदलाव हो रहा है। अभी जहां भी संक्रमण हो रहा है, उसमें से अधिकांश ओमीक्रोन का ही सब वेरिएंट हैं। चीन में फैल रहा BF.7 भी ओमीक्रोन का सब वेरिएंट है। भारत में मिले रहे XBB भी ओमीक्रोन का ही सब वेरिएंट है और अमेरिका में फैल रहा XBB15 भी ओमीक्रोन का ही सब वेरिएंट है। लेकिन दोनों में एक बड़ा अंतर यह है कि XBB15 बहुत तेजी से फैल रहा है और इम्यून सिस्टम को चकमा भी दे रहा है।

सफदरजंग हॉस्पिटल के कम्युनिटी मेडिसिन के एचओडी डॉक्टर जुगल किशोर ने कहा कि XBB15 में बदलाव हुआ है। जब किसी वायरस में बदलाव होता है, तो स्पाइक प्रोटीन के अंदर के सीक्वेंस में बदलाव होता है और यह अपने आप को इस प्रकार बदलता है कि खुद को सर्वाइव रख सके और रिसेप्टर में फिट हो सके। इसके पैथोलॉजिकल और क्लीनिकल इफेट्स पर नजर रखना होगा। अभी तक पैथोलॉजिकल इफेक्ट तो बहुत ज्यादा नहीं दिख रहा है, लेकिन क्लीनिकल असर में यह लोगों को कितना बीमार कर रहा है, उस पर नजर रखना होगा। इस पर तुरंत कमेंट्स करना मुश्किल है।

वहीं, मेदांता हॉस्पिटल की कोविड एक्सपर्ट डॉ. सुशीला कटारिया ने बताया कि यह बहुत तेजी से फैल रहा है। अमेरिका में संक्रमण की 40 पर्सेंट वजह यही वेरिएंट है। कुछ जगहों पर अस्पतालों में एडमिशन भी बढ़ा है। न्यूयॉर्क में भी एडमिशन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि चिंता वाली बात तो नहीं है, क्योंकि हमारे पास हाइब्रिड इम्यूनिटी है और डेल्टा संक्रमण से मिली इम्यूनिटी भी है। बावजूद, इस नए वेरिएंट को तुरंत खारिज नहीं किया जा सकता है। देश में एक मामला XBB15 का मिला है। इस पर नजर रखनी होगी और इसके असर पर भी ध्यान रखना होगा।

डॉ. अंशुमान ने कहा कि अमेरिका में देखा जा रहा है कि यह वायरस इम्यूनिटी को चकमा दे रहा है। अभी तक हो रहा था कि जो भी वेरिएंट नया आ रहा था, वह नाक से आगे नहीं बढ़ पा रहा था। क्योंकि शरीर में उसके खिलाफ इम्यूनिटी थी। यह वायरस उसे आसानी से चकमा दे रहा है। ऐसे में जिनके लंग्स पहले से खराब हैं, जिन्हें सीओपीडी की बीमारी है या जिन्हें पहले सीवियर कोविड हुआ था और इसका असर लंग्स पर हुआ था, जिनका सीटी स्कोर खराब है…ऐसे लोगों में यह वरिएंट खतरनाक हो सकता है। लेकिन अभी तक यह पत नहीं चला है कि हेल्दी आबादी पर इसका कैसा असर हो रहा है। उनकी इम्यूनिटी को चकमा देकर उन्हें कितना बीमार कर रहा है।

About bheldn

Check Also

‘मर्जी से दुकान के बाहर नाम लिखने से नहीं रोका, बस किसी को मजबूर नहीं कर सकते’ नेमप्लेट विवाद पर SC ने कहा

नई दिल्ली, कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों और भोजनालयों के लिए नेमप्लेट विवाद पर शुक्रवार …