28 महिलाओं के साथ 115 बार यौन उत्पीड़न… ब्रिटेन में भारतीय डॉक्टर को 5 बार उम्रकैद की सजा

नई दिल्ली,

भारतीय मूल के एक डॉक्टर को ब्रिटेन की एक आपराधिक अदालत द्वारा दो आजीवन कारावास की सजा मिली है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस डॉक्टर को चार साल की अवधि में 28 महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामले में पहले से ही तीन बार उम्र कैद हो चुकी है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 53 वर्षीय मनीष शाह को पिछले महीने पूर्वी लंदन में अपने क्लिनिक में चार महिलाओं के खिलाफ 25 यौन हमलों के एक मुकदमे में दोषी पाए जाने के बाद बीते सोमवार को कम से कम 10 साल की दो आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. पूर्व जनरल प्रैक्टिशनर पहले से ही 90 पिछले अपराधों के लिए तीन आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. ऐसे में आगे की जेल की शर्तें पहले की सजा के साथ-साथ चलेंगी.

28 महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के 115 अपराधों में दोषी
शाह को अब तक 15 से 34 वर्ष की आयु की कुल 28 महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के 115 अपराधों का दोषी ठहराया गया है. मुकदमे में सुना गया कि शाह ने 2009 से चार वर्षों में अपनी यौन संतुष्टि के लिए महिला रोगियों को अनावश्यक इंटीमेट टेस्ट्स से गुजरने के लिए मशहूर हस्तियों के हाई-प्रोफाइल मामलों का इस्तेमाल किया.

करता था केयरिंग डॉक्टर होने का दिखावा
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सेंट्रल क्रिमिनल कोर्ट में सजा सुनाते हुए, न्यायाधीश पीटर रूक ने कहा कि शाह “महिलाओं के लिए खतरा” बने रहे और उनके व्यवहार से उनके पीड़ितों को “लॉन्ग टर्म साइकोलॉजिकल डैमेज” हुआ. दिसंबर की सुनवाई के दौरान, अदालत को बताया गया कि शाह ने खुद को एक देखभाल करने वाले और विचारशील डॉक्टर के रूप में प्रस्तुत किया जो अपने मरीजों के लिए अतिरिक्त जांच के लिए तैयार रहता है.

15 वर्ष की बच्ची का भी किया यौन उत्पीड़न
लेकिन प्रोसिक्यूटर रिएल कर्मी-जोन्स केसी ने रिपोर्ट के अनुसार बताया कि कैसे डॉक्टर ने महिलाओं के साथ “छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार” किया. शाह की सबसे कम उम्र की पीड़िता, जो दुर्व्यवहार के समय 15 वर्ष की थी, ने कहा कि डॉक्टर ने उसे बताया कि वह उसकी “फेवरेट” है और “मॉडलिंग में अच्छा करेगी” और साथ ही उसे चेतावनी भी दी कि उसे कैंसर हो सकता है. उसने शाह के चलते मानसिक क्षति को स्वीकार किया. एक अन्य पीड़िता ने कहा “चुप रहने के चलते उसने मुझे और प्रताड़ित किया. उसने कमजोर लोगों का शिकार किया.” साल 2020 में महिला रोगियों पर 90 यौन हमलों के लिए शाह को तीन आजीवन कारावास की सजा दी गई थी.

About bheldn

Check Also

‘मर्जी से दुकान के बाहर नाम लिखने से नहीं रोका, बस किसी को मजबूर नहीं कर सकते’ नेमप्लेट विवाद पर SC ने कहा

नई दिल्ली, कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों और भोजनालयों के लिए नेमप्लेट विवाद पर शुक्रवार …