चीन छिपाता रहा कोरोना से मौत लेकिन सैटेलाइट ने खोली पोल, दिखा लाशों का अंबार

चीन में कोरोना से मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अपने परिजनों के दाह संस्कार के लिए लोगों को रात-रात भर इंतजार करना पड़ रहा है। मौत इस समय चीन में सबसे बड़ा ‘उद्योग’ बन चुका है। कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार दुनिया से मौतों को छिपाने में लगी हुई है। लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें उसकी पोल खोल रही हैं। चीन के आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक 7 दिसंबर को जीरो कोविड पॉलिसी खत्म करने के बाद कोरोना से सिर्फ 40 लोगों की मौत हुई है। जबकि सच्चाई ये है कि चीन में करोड़ों लोग हर रोज संक्रमित हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिनकी इम्युनिटी कमजोर है।

मौतों को छिपा रहा चीन
कोरोना वायरस सबसे पहले 2019 में चीन के वुहान में मिला था। तब से कम्युनिस्ट पार्टी आंकड़ों को कम करके पश्चिमी देशों से एक वैचारिक लड़ाई लड़ रही है। चीन का दावा है कि कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक सिर्फ 5,272 मौतें हुई हैं। वहीं, ग्लोबल हेल्थ एनालिटिक्स फर्म एयरफिनिटी का अनुमान है कि सिर्फ 1 दिसंबर 2022 के बाद से ही लगभग 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से मौत की परिभाषा भी चीन ने बदल दी है। वह सिर्फ अब उन्ही लोगों की मौत को कोरोना से मानता है, जिन्हें सांस से जुड़ी कोई समस्या हुई हो।

23 जनवरी तक 25 हजार मौतें!
एयरफिनिटी के मुताबिक चीन में 23 जनवरी के बाद से 25,000 लोगों की एक दिन में मौत संभव है। चीन के झूठ को मैक्सर टेक्नोलॉजी की ओर से खींची गई सैटेलाइट तस्वीरों ने दुनिया के सामने रख दिया है। तस्वीरों में दिख रहा है कि चीन के छह शहरों के कब्रिस्तान और शवदाह ग्रह में गाड़ियों की पार्किंग पूरी तरह से भरी हुई है। जबकि दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में यह पूरी तरह खाली था। एक तस्वीर में दिख रहा है कि पार्किंग के लिए फसल को काट कर खेत में जगह बनाई गई है।

हजारों लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर
ये तस्वीरें तबाही के सही पैमाने को दिखा रही हैं। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चोंगकिंग में एक अंतिम संस्कार गृह में रिसेप्शनिस्ट ने थके हुए अंदाज में कहा, ‘फोन लगातार बजते जा रहे हैं। एक भी पल यह बजना बंद नहीं हो रहा है। मैं पिछले छह वर्षों से यहां काम कर रहा हूं, लेकिन इतने खराब हालात पहली बार देखा है।’ एक सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहा है हजारों लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं।

चीन ने हटाया कोरोना प्रतिंबध
नवंबर में चीन में जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। इन प्रदर्शनों से घबरा कर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अचानक से जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म करने का फैसला किया। चीन में एक बड़ी आबादी ने बूस्टर डोज नहीं लगवाएं हैं। इसके साथ ही ज्यादातर लोगों की इम्युनिटी भी कमजोर है। चीन के सेलिब्रिटी भी इस वायरस से नहीं बच पा रहे हैं। दिसंबर में ओपेरा स्टार चू लानलान की मौत हो गई। उनकी मौत को एक अज्ञात बुखार बताया गया।

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