होटल मलारी इन को तोड़ने की तैयारी शुरू, जोशीमठ में शुरू हो गई तेज बारिश

देहरादून

उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है। शाह ने जोशीमठ के ताजा हालात के बारे में सीएम से जानकारी ली है और प्रदेश को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। इलाके में मकानों और सड़कों पर बढ़ती दरारों के बीच प्रभावित इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करने का काम जारी है। ऐसे लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को राहत शिविरों का जायजा भी लिया। उन्होंने शिवरों में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और लोगों को मदद का आश्वासन दिया।

मलारी इन को तोड़ने की तैयारी तेज
जोशीमठ के मलारी इन होटल को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हो गई है। होटल के आसपास बैरिकेडिंग लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि होटल के मालिक होटल गिराने के लिए मान गए हैं। दरारों के संकट से जूझ रहे जोशीमठ में तेज बारिश हो रही है। आशंका है कि यहां दो दिनों तक बारिश होगी। इससे पहले जोशीमठ के कई इलाकों में बर्फबारी भी हुई है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ जोशीमठ में कर रहा काम
उत्तराखंड सरकार ने गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया कि जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) अपना काम कर रहा है। जोशीमठ की स्थिति की जांच के लिए केंद्र को एक उच्चाधिकार प्राप्त संयुक्त समिति स्थापित करने का अनुरोध करते हुए हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। उत्तराखंड के उप महाधिवक्ता जे.के. सेठी ने अदालत में कहा कि पुनर्वास पैकेज तैयार करने के साथ दो समितियां पहले ही बनाई जा चुकी हैं।

सीएम की मीटिंग में क्या हुआ?
पुष्कर धामी ने बताया कि मीटिंग में अलग-अलग प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव दिए हैं। मुआवजे के वितरण और उसकी समय सीमा को लेकर अधिकारियों से बात हुई है। भूगर्भ वैज्ञानिकों से भी जानकारी ली गई है। राजनैतिक दलों के लोग, सामाजिक संगठन के लोगों से कहा है कि आपदा के समय सबको मिलजुलकर काम करना है। लोगों को सहायता पहुंचानी है। हमारी कोशिश है कि 48 घंटे में सबको सहायता राशि पहुंच जाए।

दरारें और चौड़ी होने की आशंका
उत्तराखंड में अगले दो दिनों तक मौसम खराब रहने की चेतावनी मिली है। जोशीमठ में अगले दो दिनों तक बारिश की आशंका है। ऐसे में दरारों के और ज्यादा चौड़ा होने का खतरा मंडरा रहा है। इसके अलावा जोशीमठ के कई इलाकों में बर्फ पड़ने से भी हालात खराब होने के आसार हैं।

धामी-शाह की मीटिंग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ लैंडस्लाइड के मुद्दे पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी उच्चाधिकारियों के साथ जोशीमठ के मुद्दे पर दिल्ली में बैठक की है। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री गडकरी, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र शेखावत, सेना के कई अधिकारी, बीआरओ और गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल रहे।

जोशीमठ का दौरा करेगी हैदराबाद की टीम
जोशीमठ में जमीन धंसने के बीच सीएसआईआर-एनजीआरआई के विशेषज्ञों की एक टीम सबसर्फेस फ़िजिकल मैपिंग के लिए प्रभावित शहर का दौरा करेगी। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने यह जानकारी दी। एनजीआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक आनंद के पांडेय की अध्यक्षता वाली 10 सदस्यीय टीम के 13 जनवरी को जोशीमठ पहुंचने और अगले दिन से अपना काम शुरू करने की संभावना है। पांडेय के मुताबिक, सर्वे कार्य में दो सप्ताह का समय लगने का अनुमान है, जिसके बाद टीम जमीन धंसने की वजहों का पता लगाने के लिए एकत्रित आंकड़ों का विश्लेषण करेगी।

धामी ने लिया राहत शिविरों का जायजा
सीएम पुष्कर धामी ने बुधवार देर रात जोशीमठ में राहत शिविरों का जायजा लिया है। उन्होंने यहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और लोगों से बातचीत भी की। प्रभावित लोगों को उन्होंने पूरी मदद का भरोसा दिया है। रात्रि विश्राम के बाद धामी से सुबह सबसे पहले नरसिंह मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि भगवान नरसिंह जोशीमठ में सब ठीक कर देंगे।

जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े हैंः धामी
धामी ने कहा, ‘इस समय हम हर तरीके से जोशीमठ के लोगों के साथ खड़े हैं। पूरी सरकार उनके साथ खड़ी हैं और PM मोदी ने हर तरीके से पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है। यहां पर पूरी टीम काम कर रही है।’ उन्होंने कहा कि आज लगातार हमारी विभिन्न समूहों के साथ बैठकें होंगी। धामी ने कहा कि आज मैंने नरसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना की। मैंने भगवान से प्रदेश की रक्षा करने और इस संकट को हल करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि सरकार संकटग्रस्त लोगों के लिए सबसे बढ़िया राहत पैकेज तैयार करेगी क्योंकि यह एक प्राकृतिक आपदा है।

नरसिंह भगवान से की प्रार्थनाः धामी
धामी ने कहा कि आज मैंने नरसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना की। मैंने भगवान से प्रदेश की रक्षा करने और इस संकट को हल करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा है कि सरकार संकटग्रस्त लोगों के लिए सबसे बढ़िया राहत पैकेज तैयार करेगी क्योंकि यह एक प्राकृतिक आपदा है।

सहायता देने के लिए कमिटी गठित
जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित लोगों को मुआवजा देने के लिए राज्य सरकार की ओर से 45 करोड़ की राशि जारी की गई है। सीएमओ ने इस संबंध में जानकारी दी है। वहीं चमोली के जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभावित लोगों को अंतरिम सहायता का पारदर्शी वितरण तय करने के लिए 11 सदस्यीय कमिटी भी गठित कर दी गई है। जोशीमठ के 723 घरों में अभी तक दरारें देखी गई हैं। 86 मकान गंभीर परिस्थितियों में हैं, जिन्हें खाली करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

जोशीमठ में गिर रही है बर्फ
उत्तराखंड के तमाम इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है। गंगोत्री, केदारनाथ में बर्फ गिरने की तस्वीरें सामने आई हैं। चमोली जिले के औली में भी बीती रात भारी बर्फबारी हुई है। जोशीमठ के सुनील वार्ड में भी बर्फ गिरी है।

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