मां के बाद जो दूध होता है, वह गाय का होता है, इसीलिए गाय को मां का दर्जा दिया गया है

-भेल दशहरा मैदान पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में जया किशोरी ने बताया

भोपाल

राजधानी के भेल दशहरा मैदान पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन मोटिवेशनल स्पीकर और भगवताचार्य जया किशोरी ने नंद उत्सव की कथा सुनाते हुए बताया कि नंद बाबा ने दो लाख गाएं, अन्न, वस्त्र आदि का दान किया। इसके बाद नंद भवन में उड़ रही धूल, धूल हमें प्यारी लगे की सुमधुर भजनों की प्रस्तुति पर श्रद्धालु भक्ति नृत्य करते हुए नाचने, झूमने लगे। आगे की कथा सुनाते हुए बताया कि जब वासुदेव कन्या को लेकर मथुरा पहुंचे और रोने की आवाज आई तो द्वारपालों ने यह खबर कंस को दी। इस पर कंस उसे मारने पहुंचा तो वह आकाश की ओर चली गई और कहा कि तुझे मारने वाला कब का गोकुल पहुंच चुका है। इसके बाद पूतना वध की कथा सुनाई। इस दौरान जया किशोरी ने बताया कि भगवान किसी को एक बार अपना बना लेते हैं, तो छोड़ते नहीं। लेकिन उसे अपना बनाने के पहले परीक्षा लेते हैं कि यह कब तक मुझ पर भरोसा करता है।

भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने पहुंचे भोले नाथ
कथा में बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने भगवान भोले नाथ आते हैं। पर मां यशोदा दर्शन कराने से मना कर देती हैं। मां यशोद का यह जवाब जया किशोरी अपनी भजन नजर लग जाए रे, जुलम होई जाए रे, दिखावो नहीं लाडलो नजर लग जाय रे से देती हैं। इसके बाद दोनों भाइयों का नामकरण किया गया।

-बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कथा वाचक ने बताया कि बाल लीलाओं में प्रथम लीला माखन चोरी की है। भगवान जिसके घर में चोरी करते थे, वहां से वे माखन ही नहीं, बल्कि मोह, माया, क्रोध आदि को समाप्त कर भक्ति का दान देते थे।

-इस दौरान जया किशोरी ेन बताया कि मनुष्य के पास जो कुछ होता है वह उससे खुश नहीं होता, बल्कि जो उसके पास नहीं होता उसके लिए दुखी होता है। अपने पास की वस्तुओं से कभी संतुष्ट नहीं होता। हमें अपनी चीजों का तब तक भरोसा नहीं होता, जब तक दूसरे देश उस पर मोहर न लगा दें। जब दूसरे देश उस पर मोहर लगा देते हैं तब हमें उन पर भरोसा होता है।

-शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि आप अपना ही खजाना भूल चुके हैं। सबसे पहले शिक्षा हमने ही दी। हमारे देश में पहले साढ़े सात लाख गोकुल थे। जया किशोरी ने गौ माता का महत्व बताते हुए कहा कि मां के बाद जो दूध होता है वह गाय का होता है, इसीलिए गाय को मां का दर्जा दिया गया है।

आगे की कथा में जया किशोरी ने अधासुर और गोवर्धन पूजा की कथा सुनाते हुए गोवर्धन महराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो की सुमधुर प्रस्तुति दी। शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मणी विवाह की कथा सुनाई जाएगी। कथा में मुख्य यजमान शुभावती-हीरा प्रसाद यादव और निशा-सुनील यादव हैं।

भोजपुर दर्शन करने पहुंची जया किशोरी
भोजपाल महोत्सव मेला समिति के साथ गुरुवार को भगवताचार्य जया किशोरी, भोजपुर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंची। वहां पहुंचकर उन्होंने पूजा-अर्चना की और बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर मेला समिति के अध्यक्ष सुनील यादव सहित मेला समिति के सदस्य मौजूद रहे।

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