लखनऊ
धर्म हो या फिल्म, राजनीति से कुछ भी अछूता नहीं है। शाहरुख खान की फिल्म पठान अपने पहले गाने की रिलीज से ही विवादों में है। फिल्म का हिंदू संगठनों की ओर से लगातार विरोध किया गया। इतना ही नहीं, इसे सनातन संस्कृति के खिलाफ बताकर उसका बॉयकॉट भी करने की कोशिश की गई। हालांकि, विरोध के बाद भी फिल्म ने सफलता के कई नए प्रतिमान बना डाले। शाहरुख खान की इस फिल्म की सफलता पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी खुशी जताई है। उन्होंने इसके जरिए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना भी साध दिया है।
अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘पठान फिल्म का सुपरहिट होना देश और दुनिया में सकारात्मक सोच की जीत है। वहीं यह भाजपा की नकारात्मक राजनीति को जनता का करारा जवाब है।’ दरअसल, पठान फिल्म का गाना ‘बेशरम रंग’ रिलीज हुआ तो उसमें फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भगवा कपड़ों को लेकर बहस छिड़ गई। कहा गया कि फिल्म में अभिनेत्री को भगवा बिकनी पहनाकर सनातन संस्कृति का अपमान करने की कोशिश की गई है। यह विरोध बढ़ते-बढ़ते ऐसा हो गया कि हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म के ही बहिष्कार का ऐलान कर दिया।
देश भर के कई सिनेमाहालों के बाहर हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए। नरोत्तम मिश्रा, हरि भूषण ठाकुर बचौल, ओपीएस भदौरिया जैसे कई भाजपा नेताओं ने भी फिल्म का विरोध किया और निर्माता की मंशा पर सवाल उठाए। इसके बाद विपक्षी दलों ने फिल्म के विरोध को लेकर बीजेपी नेताओं पर निशाना बनाना शुरू कर दिया। आप नेता संजय सिंह ने पठान फिल्म के समर्थन में ट्वीट किया। सपा मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी फिल्म का साथ देते हुए शाहरुख खान के समर्थन में उनके ही एक बयान को ट्वीट किया।
कोलकाता में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिए गए अपने इस बयान में शाहरुख खान ने कहा था, ‘नकारात्मकता सोशल मीडिया को बढावा देती है। इस तरह इसके सामूहिक नैरेटिव को बल मिलता है, जो सोशल मीडियो को विभाजनकारी बनाती हैं। सिनेमा एक काउंटर नैरेटिव को बनाए रखने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में है।’