एग्जाम सेंटर पर 500 छात्राओं के बीच अकेला पाकर छात्र की बिगड़ी तबीयत, हुआ बेहोश

नालंदा

बिहारशरीफ के ब्रिलियंट कॉन्वेंट स्कूल में अजब मामला देखने को मिला। 12वीं बोर्ड की परीक्षा के लिए इस स्कूल को 500 स्टूडेंट के लिए सेंटर बनाया गया। इन 500 स्टूटेंड में 499 छात्राओं को बोर्ड की ओर से एडमिट कार्ड जारी किया गया था। जबकि एक छात्र को ही परीक्षा देने के लिए यहां सेंटर मिला। बुधवार को जब बिहारशरीफ के अल्लामा इकबाल कॉलेज का छात्र मनीष शंकर परीक्षा देने ब्रिलियंट कॉन्वेंट परीक्षा केंद्र पर पहुंचा तो 499 छात्राओं के बीच अपने आप को अकेला पाया। अकेला पाकर मनीष शंकर परेशान होने लगा। कुछ देर बाद घबराहट के कारण उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने पर स्कूल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद छात्र की तबीयत में सुधार हुआ।

बेहोश होने पर अस्पताल में कराया गया भर्ती
छात्र ने बताया कि विज्ञान विषय से इंटर की परीक्षा का फार्म भरा था। अतिरिक्त विषय में गणित लिया था। बुधवार को जब परीक्षा केन्द्र पहुंचा तो वहां केवल छात्राएं ही छात्राएं दिखाई दीं। दरअसल ब्रिलियंट कॉन्वेंट स्कूल को छात्राओं के लिए परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। एग्जाम सेंटर पर जांच के बाद मनीष शंकर को एग्जाम हॉल में एंट्री हुई। हॉल में बैठने के कुछ देर बाद ही मनीष के सिर में अचानक दर्द होने लगा और चक्कर आने लगा। इसकी शिकायत उसने एग्जाम हॉल में मौजूद टीचर से की। इसके कुछ देर बाद ही बेहोश हो गया। फिर स्कूल प्रशासन ने छात्र को बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया।

छात्र ने फॉर्म में फीमेल भर दिया: जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद ने बताया कि छात्र ने फॉर्म भरते समय मेल की जगह फीमेल भर दिया था। इस वजह से उसका परीक्षा केंद्र ब्रिलियंट कॉन्वेंट स्कूल में चला गया है। बोर्ड की ओर से एडमिट कार्ड में सुधार करने का भी समय दिया जाता है। लेकिन छात्र या कॉलेज प्रबंधन की ओर से इस पर पहल नहीं की गई। इस वजह से छात्राओं के बीच उसे परीक्षा देनी पड़ेगी। इसी तरह का मामला आरपीएस स्कूल में भी एक छात्र के साथ हुआ है।

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