भोपाल
BJP की सीनियर लीडर और फायर ब्रांड नेता उमा भारती अटैकिंग मोड में हैं। शराब नीति में अपने सुझावों को शामिल करने की मांग को लेकर मुखर हैं। शिवराज सरकार की मुसीबतें बढ़ा रहीं उमा भारती ने अब ऐसे राज सार्वजनिक कर दिए, जो BJP के राष्ट्रीय नेतृत्व को भी चुनौती दे रहे हैं।
भोपाल के अयोध्या बायपास स्थित हनुमान मंदिर में मीडिया से चर्चा के दौरान उमा भारती ने रायसेन किले के प्राचीन शिव मंदिर में लगे ताले के न खुल पाने का राज भी सार्वजनिक कर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें ताला खोलने से रोका था। वे इतने पर ही नहीं रुकीं, बोलीं- BJP का एक सेक्शन उनके खिलाफ ट्रेंडिंग और ट्रोलिंग कर रहा है। ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा- वॉर छेड़ना है तो फिर तैयार हो जाओ। बता दें कि उमा भारती नई शराब नीति में अपने सुझावों को शामिल करने के लिए सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। इसके लिए तीन दिन (29 से 31 जनवरी) तक वे भोपाल में अयोध्या बायपास स्थित प्राचीन हनुमान-दुर्गा मंदिर में ठहरीं। यहां उन्होंने कहा- अगर उनके सुझाव नहीं माने गए, तो जो होगा, कोई रोक नहीं पाएगा।
रायसेन मंदिर का ताला तोड़ने के ऐलान पर कहा…
उमा ने बुधवार को कहा- रायसेन में उस दिन (11 अप्रैल 2022) ताला टूट गया होता, लेकिन सुबह जब मैं ओरछा से रायसेन के लिए चली, तो मेरे पास जगत प्रकाश नड्डा का फोन आ गया। मुझे ओरछा में शिवराज जी ने कहा कि उनके पास अमित शाह का फोन आया। वे पूछ रहे हैं कि ये क्या मसला है। फिर नड्डा जी का फोन आ गया। बोले- दीदी आप थोड़ा धीरज रखो, हम कल्चरल डिपार्टमेंट को बोलते हैं कि वो परमानेंट खोल दें। मैंने कहा- ठीक है, मैं थोड़ी लज्जित होऊंगी, लेकिन मैं गंगाजल छोड़कर चली आऊंगी।
इस बात पर मुझसे जगत प्रकाश नड्डा ने कहा- मैं बात करता हूं। मेरे सामने 21 जनवरी को बात हुई। वहां से 17 तारीख को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मेरे सामने फोन पर बात की। कहा कि दीदी से बैठकर इस मामले पर बात कर लो। हम भी असहमत हैं कुछ स्थितियों को लेकर। 21 जनवरी को मेरी मुलाकात भी हो गई। 15-20 मिनट में हमारी बात खत्म हो गई। शिवराज जी मेरी बातों से असहमत लगे ही नहीं।
ऐसी धूल फेंकेंगे कि भागते फिरेंगे…
मैं मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री बन गई। अब कौन सा पद …सिर्फ प्रधानमंत्री का पद बचता है। उस पर सब नहीं बैठ सकते। क्या शराबबंदी से मुझे वो पद मिल जाएगा। BJP में एक सेक्शन ने फैलानी शुरू की है ये बात। इनकी आदत है मीडिया से दबाव बनवा दो, ट्रेंडिंग कर दो, ट्रोलिंग कर दो। फिर हमने भी तय किया है कि ट्रेंडिंग और ट्रोलिंग पर ऐसी धूल फेंकेंगे कि भागते फिरेंगे। हम भी ट्रोलिंग करेंगे। अगर सोशल मीडिया पर ही वॉर छेड़ना है तो फिर हो जाओ तैयार।
CM शिवराज के लिए बोलीं
शिवराज जी, संत और सेवक की भूमिका से बाहर आ जाओ…
2 अक्टूबर के कार्यक्रम में यह तय हुआ कि अगली शराब नीति में ये खामियां नहीं रहेंगी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण इसी मंदिर (भोपाल में अयोध्या बायपास स्थित दुर्गा-हनुमान मंदिर) के सामने की शराब दुकान है। यहां दोनों देशी-विदेशी शराब की दुकान और अहाते हैं। गांधी जयंती पर कोई CM झूठ क्यों बोलेगा। अविश्वास की कोई वजह नहीं है।
भोपाल के मंदिर में मैं रही, ये धरना नहीं है। मेरे मन में 31 जनवरी को लेकर ये फिक्र थी। ये 31 जनवरी की तारीख मैंने नहीं, बल्कि शिवराज जी ने बताई थी कि 31 जनवरी को नई शराब नीति जारी करूंगा। तब मैंने कहा कि मैं 31 जनवरी को बैठकर शराब नीति सुनूंगी। मैं यहां आकर बैठ गई, क्योंकि मेरे पास दिमाग तो है नहीं, जो है वो दिल ही है, तो मेरे दिल को सुकून मिलेगा।
खनन के मामले पर उमा ने मुरैना और पिपरिया का मामला उठाया। कहा- शिवराज जी अब संत और सेवक की भूमिका से बाहर आओ और शासक की भूमिका में रहाे। अवैध खनन रोकने के लिए जॉइंट एक्शन फोर्स बनाओ। 24 घंटे का टाइम दो, नहीं मानते तो एसएएफ को ये काम सौंप दो। अगर कोई नहीं सुन रहा, तो टायरों में गोली मारो। सब राजनीतिक दल, ब्यूरोक्रेट पदोन्नति, वोट के चक्कर में नैतिकता गंवा देते हैं।