नई दिल्ली,
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप चौतरफा मुश्किलों से जूझ रहे है. साख पर लगे बट्टे का असर ग्रुप के शेयर्स की कीमत पर पड़ा. ग्रुप के शेयर धड़ाम हुए तो दूसरी तरफ विपक्ष ने इसी मुद्दे को लेकर संसद में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. संसद में विपक्षी दल अडानी ग्रुप पर लगे आरोप, समूह में लगे एलआईसी और भारतीय स्टेट बैंक के पैसे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को लेकर लगातार हंगामा कर रहे हैं.
इन सबके बीच बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने अडानी पर हमला बोला है. मनोज झा ने अडानी पर तंज करते हुए नाम लिए बिना कहा कि वे व्यक्ति विशेष कहते हैं कि ये मुझ पर नहीं, राष्ट्र पर हमला है. उन्होंने सवाल किया कि वे राष्ट्र कब से हो गए?
आरजेडी के राज्यसभा सांसद ने सरकार पर पर्दा डालने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए इसकी जेपीसी जांच कराने की मांग की. उन्होंने ये भी कहा कि हमारे राष्ट्र बापू हैं. मनोज झा इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि किसी क्रोनी पूंजीपति के चरणों में पूरी साख रख दी जाए तो हम इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
अडानी ग्रुप ने बताया था राष्ट्र पर हमला
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को प्रकाशित हुई थी. इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई आरोप लगाए गए थे. रिपोर्ट आने के बाद ग्रुप के शेयर धड़ाम हो गए. बाद में आरोप को भ्रामक और झूठ बताते हुए अडानी ग्रुप की ओर से सफाई दी गई जिसमें इसे एक ग्रुप नहीं, राष्ट्र पर हमला बताया गया.
अडानी ग्रुप की ओर से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भारत के विकास पर हमला बताया था. अडानी ग्रुप के जवाब पर हिंडनबर्ग ने भी बयान जारी किया और कहा कि अपने बचाव के लिए इसे राष्ट्र से जोड़ना ठीक नहीं. हम मानते हैं कि भारत तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्था है. हिंडनबर्ग कि रिपोर्ट और अडानी ग्रुप को लेकर आरोप पर विपक्ष अब सरकार पर हमलावर है.