सुप्रीम कोर्ट में पकड़ा गया झूठ तो बोले जज- वकील साहब! मेरी कोर्ट में ज्‍यादा स्मार्ट मत बनिये, बंद कराया सुनवाई का लिंक

नई दिल्ली

सुप्रीम कोर्ट में 16 फरवरी को जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रवि कुमार की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। इस दौरान उन्होंने वकील का झूठ पकड़ लिया और अप्रत्याशित कदम उठाते हुए कोर्ट नंबर 6 में वर्चुअल हियरिंग की सुविधा बंद करा दी। साथ ही वकील को लताड़ भी लगाई। जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रवि कुमार की बेंच एक मामले की सुनवाई कर रही थी। चंद मिनट बाद एक वकील पेश हुए और उन्होंने कोर्ट से दरख्वास्त की कि उनके सीनियर वकील कोर्ट हॉल नंबर 1 में दूसरे मामले में बिजी हैं, ऐसे में उस मामले को थोड़ी देर बाद सुना जाए।

इस पर जस्टिस रस्तोगी ने सवाल किया कि कोर्ट हॉल नंबर वन में तो कॉन्स्टिट्यूशन बेंच सुनवाई कर रही है। क्या आपके सीनियर वहां हैं? इस पर एडवोकेट ने जवाब दिया नहीं, वहां एक मैटर मेंशन करा रहे हैं। इस पर बेंच ने मामले को थोड़ी देर बाद सुनने की बात मान ली।

सुप्रीम कोर्ट ने पकड़ लिया वकील का झूठ
Live Law की एक रिपोर्ट के मुताबिक थोड़ी देर बाद जब मामला दोबारा बेंच के सामने आया तब उस वकील ने बेंच को बताया कि उनके सीनियर अब वर्चुअल बहस के लिए तैयार हैं। इसी बात पर बेंच का पारा चढ़ गया। जस्टिस अजय रस्तोगी ने वकील को लताड़ लगाते हुए कहा, ‘वकील साहब, मेरे कोर्ट में ज्यादा स्मार्ट मत बनिये… हमें भी 40 साल का अनुभव है और आप मुसीबत में पड़ जाएंगे…’।

इसके बाद जब सीनियर एडवोकेट वर्चुअली जुड़े तो बेंच ने सवाल किया कि आपके जूनियर ने बताया कि आपको कोर्ट हॉल नंबर एक में हैं और अब आप वर्चुअली अपीयर हो रहे हैं? इसपर एडवोकेट ने जवाब दिया कि वह कंज्यूमर कोर्ट की एक स्पेशल बेंच के सामने पेश हो रहे थे, जिसकी सुनवाई सुबह 9:30 बजे ही शुरू हो गई थी।

वकील ने ही खोल दी अपनी पोल
इस जवाब को सुनकर बेंच और नाराज हो गई और फौरन ऑनलाइन सुनवाई वाला लिंक ही बंद करा दिया और कहा कि वकील इस सुविधा का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए हाइब्रिड सिस्टम है। ऐसे एडवोकेट या मुवक्किल, जो किसी कारण से फिजिकल अपीयर नहीं हो पा रहे हैं वो वर्चुअल हियरिंग में शामिल हो सकते हैं।

CJI चंद्रचूड़ ने वर्चुअल हियरिंग बंद करने पर जताई थी नाराजगी
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि आप टेक्नोलॉजी के पक्ष में हों या नहीं, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन सबको टेक्नोलॉजी सीखनी होगी। उन्होंने कई हाईकोर्ट में वर्चुअल हियरिंग की सुविधा बंद करने पर कड़ी नाराजगी जताई थी और कहा था कि मुझे पता है कि कुछ चीफ जस्टिस क्या कर रहे हैं। सीजेआई चंद्रचूड़ ने यह भी कहा था कि आप (जज) कोर्ट आ रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि किसी वकील को फिजिकल तौर पर अपीयर होने के लिए दबाव बनाएं।

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