अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट से ऑस्ट्रेलिया के पेंशनर्स की बढ़ी धड़कन, जानिए क्या है मामला

नई दिल्ली

अडानी ग्रुप के शेयरों में आजकल कोहराम मचा हुआ है। पिछले करीब एक महीने से ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है। ग्रुप के कई शेयर तो 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुके हैं। साथ ही ग्रुप का मार्केट कैप 142 अरब डॉलर कम हो चुका है। अडानी ग्रुप के शेयरों में आई इस गिरावट ने ऑस्ट्रेलिया के पेंशनर्स की चिंता बढ़ा दी है। इसकी वजह यह है कि ऑस्ट्रेलिया के कई पेंशन फंड्स ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में करोड़ों डॉलर का निवेश किया है। इसमें क्वींसलैंड के सरकारी कर्मचारियों और कॉमनवेल्थ बैंक (CBA) के कर्मचारियों के पेंशन से जुड़े फंड्स शामिल हैं। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म Hindenburg Research ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी। हालांकि अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। लेकिन इससे अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है।

गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के कई रिटायर्ड सेविंग्स फंड्स ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश किया है। इसमें 243 अरब डॉलर का फ्यूचर फंड भी शामिल है। इसे देश के लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल पोजीशन को मजबूत करने के लिए बनाया गया था। इस फंड का अडानी ग्रुप की दो कंपनियों में निवेश है। अब इनकी कीमत ओरिजिनल इनवेस्टमेंट के मुकाबले कहीं कम हो गई है। इसी तरह ब्रिसबेन के The Australian Retirement Trust का अडानी ग्रुप की छह कंपनियों में भारी निवेश है। अडानी ग्रुप के ऑस्ट्रेलिया में भी दो प्रोजेक्ट हैं। इनमें Carmichael कोलमाइन और क्वींसलैंड में एक रेल प्रोजेक्ट शामिल है।

दुनियाभर का निवेश
अडानी ग्रुप की कंपनियों में दुनियाभर के कई अमीरों का निवेश है। लेकिन अडानी ग्रुप की कंपनियों में अचानक शुरू हुई बिकवाली से इन लोगों का निवेश खतरे में पड़ गया है। इनमें मलेशिया के सबसे अमीर शख्स, शिपिंग इंडस्ट्री से जुड़े एक टायकून और दुनिया के दो सबसे अमीर परिवार शामिल हैं। डेटा सेंटर सर्विसिंग, पैकेज्ड फूड से लेकर पोर्ट मैनेजमेंट तक में इन लोगों ने अडानी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की है। सितंबर 2022 में इसका मार्केट कैप 22.25 लाख करोड़ यानी करीब 260 अरब डॉलर पहुंच गया था। लेकिन अब यह 100 अरब डॉलर से भी कम रह गया है।

मलेशिया के सबसे अमीर शख्स और हॉन्ग कॉन्ग में रहने वाले Robert Kuok अडानी के सबसे पुराने पार्टनर्स में से एक हैं। उनकी कंपनी Wilmar International की अडानी विल्मर में आधी हिस्सेदारी है। इसी तरह अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) का भी अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश है। इसी तरह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंटेनर शिपिंग कंपनी CMA CGM ने अडानी ग्रुप के साथ 2017 में 15 साल के लिए एक डील की थी। अडानी ने हाल में इजरायल के दूसरे सबसे बड़े पोर्ट हाइफा को खरीदा है। इसी तरह अबू धाबी की कंपनी International Holding Co. ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में दो अरब डॉलर का निवेश किया है।

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