लखनऊ
प्रयागराज के उमेश पाल मर्डर केस को लेकर विधानसभा में योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर रही समाजवादी पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही है। दरअसल सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव और सदाकत खान की एक तस्वीर बहुत वायरल हो रही है। सदाकत खान वही है जिसके कमरे में बैठकर उमेश पाल मर्डर की पूरी साजिश रची गई थी। एसटीएफ सदाकत खान को गिरफ्तार कर चुकी है। अब अखिलेश के साथ सदाकत की पुरानी फोटो शेयर कर बीजेपी अखिलेश यादव पर हमले बोल रही है। सपा और बीजेपी नेताओं के बीच इस तस्वीर को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है।
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है- ‘उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी सदाकत खान की तस्वीरें समाजवादी पार्टी कार्यालय में सपा सुप्रीमो @yadavakhilesh के साथ! अतीक अहमद का करीबी है सदाकत! हर अपराधिक घटना/अपराधी के साथ @samajwadiparty का करीबी कनेक्शन क्यों होता है ? बुलडोजर चलने,एनकाउंटर होने पर सपा को दर्द क्यों होता है?’
सपा मीडिया सेल ने तत्काल भाजपा नेता के साथ शेयर की तस्वीर
समाजवादी पार्टी की तरफ से बीजेपी के हमले का जवाब भी दिया गया है। समाजवादी पार्टी मीडिया सेल की तरफ से तुरंत ट्वीट आया जिसमें लिखा गया है- सदाकत वर्तमान में BJP का सदस्य था जिसकी फोटो सपा के साथ जोड़ी जा रही। BJP की पूर्व विधायिका नीलम करवरिया के घर पर नीलम के पति उदयभान करवरिया के साथ सदाकत की फोटो BJP के साथ इस घटनाक्रम का कनेक्शन बताती है। इससे पहले भी एक BJP नेता राहिल इस केस का मास्टरमाइंड पकड़ा जा चुका है।
2024 चुनाव के लिए सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहती है भाजपा: सपा मीडिया सेल
एक अन्य ट्वीट में सपा मीडिया सेल ने लिखा है- ‘ये हत्या भाजपा ने करवाई है। 2024 के चुनाव में प्रयागराज और आसपास के जिलों में सांप्रदायिक तनाव फैले और भाजपा इसका चुनावी लाभ ले, इसीलिए इस घटना को भाजपा ने बकायदा सत्ता का उपयोग करके अंजाम दिलवाया है। भाजपा इस तरह की साजिशें चुनाव के पूर्व करती है जो कि बेहद शर्मनाक है।’
शूटरों की क्रेटा कार चला रहा था सदाकत खान
आपको बता दें कि एक दिन पहले सोमवार को यूपी एसटीएफ ने प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में शूटर अरबाज को मार गिराया। उसके साथ सदाकत खान को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि मुस्लिम हास्टल में रहने वाले सदाकत खान के कमरे पर ही हत्याकांड की पूरी साजिश रची गई। उमेश पाल हत्याकांड के बाद वायरल सीसीटीवी फुटेज में जो शूटर दुकान से गोलियां चला रहा है, उसकी पहचान गुलाम के रूप में हुई है। सदाकत उसके काफी करीब है। गुलाम के साथ ही सदाकत के कमरे में साजिश रचने के लिए बैठकें होती थीं। हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों का भी सदाकत के कमरे में आना जाना था।
हाईकोर्ट में वकील है सदाकत, अतीक के बेटे असद से गहरी दोस्ती
सदाकत खान इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी करता है। इसी दौरान उसका संपर्क अतीक गैंग के अपराधियों से हुआ था। बदमाशों ने उसे लालच दिया था कि विवादित जमीन से जुड़े मुकदमे उसे ही दिए जाएंगे। हत्याकांड के दौरान वह शूटरों की क्रेटा कार चला रहा था। एसटीएफ ने सदाकत खान पर 50 हजार का इनाम भी रखा था। हत्याकांड में शामिल अतीक अहमद के तीसरे बेटे असद से सदाकत की गहरी दोस्ती बताई जा रही है।