बीएचईएल भोपाल ने किया 28 फरवरी तक सवा तीन सौ करोड़ का टारगेट इस माह 500 करोड़ की दरकार

-नंबर वन बनी रहने के लिये इस यूनिट को पहुंचना होगा 3000 करोड़ तक तब बनेगी प्राफिट की उम्मीद
-इस वित्तीय वर्ष में 3200 करोड़ कैश कलेक्शन की जद्दोजहद जारी

भोपाल

भारत हेवी इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड (भेल) भोपाल यूनिट से इस वित्तीय वर्ष में काफी उम्मीदे हैं । कॉरपोरेट तो हर हाल में टारगेट पूरा करने दबाव बनाए हुए है लेकिन स्थानीय प्रबंधन और कर्मचारी भी किसी से कम दिखाई नहीं दे रहे हैं । सबकी कोशिश है कि यह यूनिट हर हाल में 3000 करोड़ का टारगेट ही पूरा नहीं करे बल्कि कैश कलेक् शन में भी पीछे नहीं रहे । इसके लिये प्रबंधन ने मार्च माह में तीन रविवार को वर्किंग-डे घोषित कर दिया है यानि कर्मचारी व अधिकारी रविवार को भी कारखाने में भी काम करेंगे। फिलहाल भेल की ट्रेड यूनियन व सुपरवाईजर संगठन भी उत्पादन को बढ़ाने का समर्थन कर रहे हैं। देखना यह है कि इनकी मेहनत कितना रंग लाती है ।

सूत्रों की माने तो 31 जनवरी 23 तक करीब 2158 करोड़ का उत्पादन होने की खबर है वहीं 28 फरवरी तक 315 करोड़ करने की बात कही जा रही है । इस हिसाब से आखरी तिमाही के मार्च में यह यूनिट 500 करोड़ का उत्पादन कर सकती है । सूत्र यह भी बताते हैं कि कारखाने में मटेरियल आना शुरू हो गया है इससे अधूरे जॉब 31 मार्च तक पूरे हो जायेंगे । इसी तारीख तक प्रबंधन को जॉब डिस्पेच कर कारखाने से बाहर निकालना है इसके लिये सीडीसी विभाग की पूरी टीम तैयार है । ट्रांसपोटरों को निर्देश दे दिये गये है कि वो कारखाने में तैयार जॉब को समय पर बाहर निकालें ।

बड़ी बात यह है कि खूद भेल के मुखिया देर रात तक कारखाने के ब्लॉको में घूमकर उत्पादन का जायजा ले रहे हैं उनकी फटकार के चलते काम में तेजी भी दिखाई दे रही है । हर ब्लॉक की समीक्षा की जा रही है अफसरों को हिदायत दी जा रही है कि वह समय पर भेल में निर्मित उपकरणों को पूरा करें । महाप्रबंधकों की नई टीम अपने-अपने ब्लॉकों में पूरी मुस्तेदी से काम करते दिखाई दे रही है । ऐसे में यह उम्मींद की जा रही है कि उत्पादन लक्ष्य 2900 करोड़ पार कर सकता है । ट्रांसफार्मर,टे्रक्शन ईएम ,हाईड्रो,स्वीचगियर ब्लॉक इस बार पूरी दम दिखा रहे हैं वहीं थर्मल और फीडर भी धीरे-धीरे उत्पादन की रफ्तार बढ़ाने में लगे हुये हैं।

सूत्र बताते हैं कि इस बार इलेक्ट्रिकल मोटर नंबर वन की पायदान पर दिखाई दे रही है वहीं ट्रांसफार्मर,टे्रक् शन मोटर किसी से कम नहीं दिखाई दे रहे हैं । एक अनुमान व जानकारों के मुताबिक टीसीबी 600 करोड़,ईएम ग्रुप 700 करोड़,ट्रेक्शन मोटर 500 करोड़,हाईड्रो ब्लॉक 500 करोड़,स्वीचगियर ब्लॉक 400 करोड़ का टारगेट इस वित्तीय वर्ष में दे सकता है । इसी तरह थर्मल आर्डर की कमी के चलते 100 करोड़ और फीडर करीब 50 करोड़ का टारगेट दे सकता है । मार्च माह में बेहतर उत्पादन हुआ तो भोपाल यूनिट 2900 करोड़ से ज्यादा का टारगेट पार कर सकती है। कैश कलेक्शन की स्थिति बेहतर बताई जा रही है ।

ऐसा कहा जा रहा है कि पिछले माह तक कैश कलेक्शन की स्थिति 2400 करोड़ आंकी जा रही है यदि मार्च का पूरे माह में स्थिति सही रही तो करीब 3200 करोड़ तक कैश कलेक्शन हो सकता है । अब देखना यह है कि दमदार मुखिया की दमदार टीम 31 मार्च तक यानि इस वित्तीय वर्ष में यूनिट के उत्पादन लक्ष्य को कहां तक पहुंचा पायेगी । हालांकि भेल प्रवक्ता ने उत्पादन की स्थिति के बारे में कुछ न बताते हुये मामला कॉरपोरेट स्तर का बता दिया है ।

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