CCTV कैमरे हो जाते थे बंद, जेल अधिकारी करते थे मीटिंग की ‘रखवाली’… यूं होती थी अब्बास-निकिहत की मुलाकात

चित्रकूट

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी और निकिहत की मुलाकात को लेकर कई अहम खुलासे हुए हैं। जेल अधिकारियों से एसआईटी की पूछताछ में बताया गया कि कैसे दोनों की मुलाकात के लिए व्यवस्था की जाती थी। रविवार को एसआईटी ने जेल परिसर में ही डिप्टी जेलर और वार्डर से लंबी पूछताछ की। इसके बाद एक अन्य वार्डर जगमोहन को बुलाकर तीनों का आमना-सामना कराया। तीनों जब आमने-सामने बैठे तो मामले से संबंधित कई राज उगले। इसी के आधार पर जेल अधीक्षक और जेलर की गिरफ्तारी की गई है। इस पूरी बातचीत में जो खुलासे हुए हैं, उनके बारे में अगली स्लाइड में पढ़ सकते हैंः

सीसीटीवी हो जाते थे बंद
जेल के अधिकारियों ने बताया कि विधायक अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकिहत को मिलाने के लिए जेल के भीतर खास इंतजाम किए जाते थे। जब उनके मिलने का वक्त आता था, तब जेल के भीतर सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए जाते थे।

मेन गेट का कैमरा भी बंद
बिजली जाने की बात कहकर मेन गेट का कैमरा भी बंद कर दिया जाता था। इतना ही नहीं, जो जनरेटर चालू करने आता, उससे सीसीटीवी कैमरे संचालित करने वाले स्विच बंद करा दिए जाते थे।

जेल अधिकारी करते थे रखवाली
पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि डिप्टी जेलर और वार्डर की ड्यूटी पूरे परिसर में जरूरत के हिसाब से लगाई जाती थी। सूत्रों के अनुसार ये लोग अब्बास और निकिहत की मुलाकात के दौरान पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी लेते थे। कैंटीन से लेकर जेल के मेन गेट तक आने-जाने वालों पर नजर रखते थे कि कोई भी जेल अधिकारी के कक्ष की ओर न जा सके।

गिफ्ट-फोन बरामद
अब्बास और निकिहत की जेल में अवैध मुलाकात का मामला काफी चर्चा में है। दावा किया जा रहा है कि जांच के दौरान कई मंहगे गिफ्ट और नगदी के अलावा गिफ्ट, मोबाइल, बैंक पासबुक, कार के कागज आदि की बरामदगी भी की गई है।

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