तुर्की के मित्र अजरबैजान को हथियारों से पाट रहा इजरायल, क्‍या खतरे में पड़ जाएगी भारत संग अटूट दोस्‍ती?

तेल अवीव

भारत और इजरायल दो ऐसे देश जो पिछले कई दशकों से साथ हैं। दोनों के बीच दोस्‍ती ऐसी है कि दोनों ही एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। लेकिन जो जानकारी सामने आ रही है, उसके बाद इनकी दोस्‍ती खतरे में आ सकती है। इजरायल के अखबार हारेत्‍ज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायल के हवाई ठिकानों से कई कार्गो फ्लाइट्स बाकू के लिए रवाना हुई हैं। बाकू, अजरबैजान की राजधानी है। अजरबैजान, तुर्की और पाकिस्‍तान का करीबी है। अब यह समीकरण भारत और इजरायल के बीच में तनाव पैदा कर सकता है।

भारत ने दुश्‍मन को दिया पिनाका
यह बात भी दिलचस्‍प है कि जहां अजरबैजान के पास इजरायली हथियारों की जानकारी सामने आई है तो वहीं इसके दुश्‍मन अर्मीनिया को भारत ने अपना सबसे ताकतवर मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम पिनाका से लैस करने का मन बनाया है। हारेत्‍ज की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले गुरुवार को इजरायल के ओवाडा एयरफोर्स बेस पर अजरबैजान का कार्गो प्‍लेन लैंड हुआ था। यह एयरफोर्स बेस इजरायल के उत्‍तर में एलियात में है।

दो घंटे तक रहने के बाद य‍ह प्‍लेन टेकऑफ कर गया। सेंट्रल इजरायल, सेंट्रल तुर्की से होता हुआ यह प्‍लेन राजधानी बाकू में लैंड कर गया। हारेत्‍ज की मानें तो पिछले सात सालों में करीब 92 कार्गो फ्लाइट्स अजरबैजानी सिल्‍क वे एयरलाइंस ने ओवाडा एयरबेस पर लैंडिंग की है। यह इजरायल की इकलौती एयरफील्‍ड है जहां से विस्‍फोटकों को देश के बाहर भेजा जाता है और बाहर से यहां पर आते हैं।

अजरबैजान में मोसाद का बेस
इजरायल और अजरबैजान के बीच पिछले दो दशकों से रणनीतिक संबंध हैं। इजरायल अपने इस ‘दोस्‍त’ को कई अरब डॉलर्स के ह‍थियार बेच चुका है। इन हथियारों के बदले अजरबैजान इजरायल को तेल सप्‍लाई करता है और ईरान तक का रास्‍ता मुहैया कराता है। विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अजरबैजान ने इजरायल की इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद को भी एक फारवॉर्ड ब्रांच सेट करने की मंजूरी दे दी है।

इस ब्रांच की वजह से इजरायल, ईरान पर नजर रख सकेगा। साथ ही एक एयरफील्‍ड तैयार करने की भी शुरुआत हो चुकी है। अगर इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का फैसला किया तो फिर इस एयरफील्‍ड से इजरायल को मदद मुहैया कराई जा सकेगी।

कौन-कौन से हथियार
दो साल पहले आई एक रिपोर्ट के मुताबिक मोसाद के एजेंट्स ने ईरान की परमाणु आर्काइव में चोरी कर ली थी। इसके बाद से अजरबैजान के रास्‍ते इजरायल भेजा गया था। अजरबैजान से आई आधिकारिक रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इजरायल ने अपने सबसे एडवांस्‍ड हथियार अजरबैजान को बेचे हैं जिनमें बैलेस्टिक मिसाइल से लेकर एयर डिफेंस और इलेक्‍ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्‍टम, कमीकोज ड्रोन और दूसरे हथियार भी शामिल हैं।

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