दमोह,
मध्य प्रदेश के दमोह की हटा विधानसभा क्षेत्र में गौरव दिवस के कार्यक्रम में मंच पर बालाओं के ठुमके लगे, जबकि यहां पर राष्ट्रगीत पर प्रस्तुति होनी थी. इस कार्यक्रम में क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री अतिथि थे. इस कार्यक्रम का आयोजन नगर पंचायत पटेरा ने कराया. नगर पंचायत के सीएमओ का कहना है कि राष्ट्रगीत पर प्रस्तुति होनी थी, लेकिन मिस्टेक हो गई.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश की 413 नगर पालिका और नगर पंचायतों में गौरव दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इसमें मंच पर राष्ट्रगीत की प्रस्तुति के साथ प्रतिभाओं का सम्मान होना है, लेकिन दमोह की नगर पंचायत पटेरा में मंच पर फूहड़ डांस कराया गया.यहां कार्यक्रम में मौजूद अतिथि डांस देख आनंद लेते रहे. इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद अतिथियों का कहना है कि डांस शुरू होने से पहले वो वापस आ गए थे.
दरअसल, 4 मार्च 2023 को नगर पंचायत पटेरा में गौरव दिवस का कार्यक्रम था. इसके लिए यहां बड़ा मंच तैयार किया गया. इस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर हटा क्षेत्र के विधायक पीएम तंतवाय, पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया और अन्य कई लोगों को बुलाया गया था.गांव के लोग भी कार्यक्रम में शामिल थे. इस दौरान क्षेत्र के कुछ लोगों को गौरव दिवस के उपलक्ष्य में सम्मानित किया गया, जिसके बाद देर रात तक मंच पर बालाओं का फूहड़ डांस चलता रहा.
सीएमओ बोले- राष्ट्रगीत पर होनी थी प्रस्तुति, मिस्टेक हो गई
इस कार्यक्रम के बारे में नगर पंचायत पथरिया के सीएमओ संतोष सैनी का कहना है कि मिस्टेक हो गई. जब उनसे पूछा कि कार्यक्रम का स्वरूप क्या था तो उन्होंने कहा कि यह मध्य प्रदेश शासन का कार्यक्रम था. सरकार के फैसले पर पूरे प्रदेश की 413 नगरीय निकाय में गौरव दिवस का आयोजन होना है, जिसमें क्षेत्र में विशेष कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाना है.
बालाओं के डांस पर उन्होंने कहा राष्ट्रगीतों पर प्रस्तुति होनी थी, लेकिन मिस्टेक हो गई. अब तो कार्यक्रम हो चुका है. उन्होंने बताया जबलपुर के आर्केस्ट्रा को बुलाया गया था. डांस करने वाली नृत्यांगनाओं को कितना पैसा दिया गया है, यह देखकर ही बता पाएंगे.