बुरहानपुर
बुरहानपुर के घाघरला में शनिवार को अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने पहुंची वन विभाग की टीम पर अतिक्रमणकारियों ने गोफन पत्थरों और तीर से हमला कर दिया। इस घटना में 12 वन कर्मचारी सहित अफसर घायल हुए हैं। वहीं, एक ग्रामीण की पीठ पर तीर 4 इंच तक जा घुसा तो वन अफसर के कंधे पर 6 इंच तक तीर घुस गया, जिन्हें गंभीर हालत में बुरहानपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये है पूरा मामला
नवरा रेंज के घाघरला के जंगल में 3 दिन में करीब 200 से अधिक अतिक्रमणकारी घुस गए है, जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया। शनिवार सुबह वन कर्मियों एसएफए की टीम अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के लिए जंगल में घुसी जिसकी भनक लगते ही दूसरी ओर से अतिक्रमणकारियों ने फोर्स को आता देख तीर गोफन ऑफर तारों से हमला शुरू कर दिया। टीम ने अपनी जान बचाकर वहां से भागना शुरू किया। इस दौरान कार्रवाई करने के टीम के साथ कुछ ग्रामीण भी शामिल थे। इस घटना में 12 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 1 कर्मचारी और ग्रामीण भी शामिल है।
अतिक्रमणकारियों ने वाहनों पर किया पथराव
इस घटना में अतिक्रमणकारियों ने वाहनों पर भी जमकर पथराव किया, जिसमें वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। मौके पर एसपी राहुल कुमार पहुंचे ग्रामीणों ने आक्रोश जताया तो एसपी ने ग्रामीणों को समझाइश दी। बता दें कि निमाड़ के चार जिलों से भारी संख्या में वन कर्मियों की टीम जंगल में तैनात की गई है। 2 दिन से वन विभाग, पुलिस कार्रवाई को लेकर रणनीति बना रही थी। शनिवार सुबह की कर्मचारियों को खदेड़ने के लिए टीम जंगल में घुसी लेकिन अतिक्रमणकारियों ने हमला कर दिया।
सीसीएएफ बोले देसी बम और भरमार बंदूक
खंडवा सीसीएफ आरपी राय ने बताया कि देसी बम और देसी बंदूकों से रात में दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की जाती है। पिछली बार पुलिस के सहयोग से अतिक्रमणकारियों को फॉरेस्ट कर्मचारियों ने खदेड़ा था। 3 दिन से फिर डेढ़ सौ से 200 की संख्या घाघरला के जंगलों में घुसे हुए हैं, अतिक्रमणकारी फायरिंग कर रहे हैं। इसकी सूचना प्रशासन को दी गई है। सर्किल से 200 से अधिक स्टॉप जमा किया गया। फिलहाल सभी घायलों को इलाज के लिए बुरहानपुर जिला अस्पताल और निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।