अतीक के बेटे ने खरीदे थे 16 मोबाइल, शाइस्‍ता ने शूटरों को दिए पैसे, प्रयागराज मर्डर के 5 अपडेट

लखनऊ

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए हत्याकांड मामले में लगातार जांच चल रही है। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक अहमद गैंग का नाम सामने आया है। अतीक अहमद के तीसरे बेटे असद अहमद की इस मामले में सीधी संलिप्तता सामने आई है। वहीं, अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के इस घटना में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में अब नाम लिया जा रहा है। शाइस्ता परवीन पर यूपी पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है। वही हत्याकांड के अन्य मुख्य आरोपियों पर इनाम बढ़ाकर पांच लाख रुपए कर दिया गया है। इस हत्याकांड को लेकर जो अहम खुलासा हुआ है, उसके अनुसार असद ने 16 मोबाइल फोन और 16 सिम की खरीदी थी। नए फोन और सिम के जरिए ही हत्याकांड के आरोपी एक-दूसरे से कनेक्टेड थे। पुराने नंबरों को बंद कर दिया गया था। उनके डेटा डिलीट किए जाने की भी बात सामने आई है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसकी प्लानिंग अतीक अहमद ने साबरमती जेल में बैठकर तैयार की। प्लान को जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी शाइस्ता परवीन को दी गई। इसके बाद 24 फरवरी को दिनदहाड़े प्रयागराज की सड़कों पर उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनरों की हत्या का खूनी खेल खेला गया। अब इसके राज सामने आ रहे हैं।

असद ने खरीदे थे फोन, दुकानदार तक पहुंची STF
प्रयागराज हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के 16 मोबाइल फोन और 16 सिम खरीदने का मामला सामने आया है। हत्याकांड में शामिल होने वाले हर हत्यारे को तीन-तीन फोन और सिम दिए गए। घटना के पहले, घटना के दौरान और घटना के बाद किन मोबाइल और सिम का प्रयोग किया जाना है, यह तय हुआ था। एसटीएफ को इसकी जानकारी छानबीन के दौरान लगी है। इसके बाद एसटीएफ उस दुकानदार तक पहुंच गई है, जिसने असद को मोबाइल फोन और सिम बेचे थे। उससे पूछताछ चल रही है। किस आधार पर सिम और मोबाइल बेचे गए, इस संबंध में जानकारी ली जा रही है।

शाइस्ता परवीन की संलिप्तता भी आई है सामने
उमेश पाल और दो सरकारी गनरों की गोली मारकर हत्या मामले में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की संलिप्तता भी सामने आई है। एक व्हाट्सएप ग्रुप का पता चला है, जिसमें हत्याकांड को लेकर कुछ चर्चा की बात कही जा रही है। इसमें शाइस्ता परवीन के भी जुड़े होने की बात सामने आई है। शाइस्ता परवीन के हत्याकांड के बाद हत्या आरोपियों से मुलाकात का भी मामला सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि हत्याकांड के बाद उन्होंने हत्यारों को एक-एक लाख रुपए दिए थे। हत्याकांड के बाद भी शाइस्ता के हत्यारों के संपर्क होने का दावा किया जा रहा है। इस मामले को लेकर पुलिस और एसटीएफ लगातार शाइस्ता को गिरफ्त में लेने की कोशिशों में है, ताकि हत्याकांड के सच को बाहर लाया जा सके।

अतीक ने की थी लखनऊ के नेता से बात
उमेश पाल हत्याकांड मामले में एक सनसनीखेज खुलासा अतीक अहमद को लेकर हुआ है। गुजरात के साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के हत्याकांड के बाद लखनऊ के एक नेता से बातचीत का मामला सामने आया है। अतीक ने लखनऊ के नेता से जो बात की है, उसका कॉल डिटेल एसटीएफ को मिल चुका है। एसटीएफ इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंचने की तैयारी में है। नेता और अतीक अहमद के कॉल डिटेल को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, यूपी पुलिस अतीक अहमद को प्रयागराज लाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में यह कॉल डिटेल अतीक के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाला साबित हो सकता है।

बहराइच में कारोबारी की तलाश में छापे
उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी असद अहमद के बहराइच में एक व्यवसायी के यहां रुकने का मामला सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि असद व्यवसायी के यहां एक रात रुका था। यह भी कहा जा रहा है कि व्यवसायी ने असद को नेपाल भगाया है। एसटीएफ की एक टीम बहराइच में मौजूद है। व्यवसायी की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। कारोबारी को गिरफ्त में लेने के बाद असद के ताजा लोकेशन के बारे में जानकारी मिलने की भी संभावना जताई जा रही है।

बरेली से बांदा तक दबिश
उमेश पाल हत्याकांड में बरेली से बांदा तक दबिश जा रही है। उमेश पाल की हत्या के बाद गायब शूटरों के इन इलाकों में छिपे होने की आशंका है। जानकारी के आधार पर एसटीएफ लगातार दबिश बढ़ा रही है। हत्याकांड के दौरान बमबाज गुड्‌डू मुस्लिम के बरेली में छिपे होने की आशंका के बाद एसटीएफ की टीम लगातार छापे मार रही है। वहीं, चित्रकूट से बांदा तक कई स्थानों पर शूटरों के संभावित मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस दबिश बढ़ाए हुए है।

राजू पाल मर्डर केस भी खुला
उमेश पाल मर्डर के बाद अब 2005 के बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस में भी जांच तेज हो गई है। अतीक अहमद के शूटर अब्दुल कवि की तलाश में लगातार कौशांबी में दबिश बढ़ाई गई है। इस क्रम में बेरूई के प्रधान इरफान को हिरासत में लिया गया है। बेरूई प्रधान इरफान शूटर अब्दुल कवि का रिश्तेदार है। उससे अब्दुल के लोकेशन को निकालने की कोशिश की जा रही है। यूपी पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही अब्दुल कवि को गिरफ्त में लिया जा सकता है।

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