बॉडी पर 92 जख्म, 4 हत्यारे, कनाडा से निर्देश… डेढ़ मिनट में टिल्लू का गेम ओवर

नई दिल्ली,

दिल्ली के तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार को हत्या कर दी गई. इस वारदात को जेल में बंद गोगी गैंग के चार गुर्गों ने अंजाम दिया. ताजपुरिया पर नुकीले हथियार से 92 बार हमला किया गया. तिहाड़ जेल में एक महीने में यह दूसरा हत्याकांड है. टिल्लू ताजपुरिया 2021 के रोहिणी कोर्ट शूटआउट का आरोपी था. इस हमले में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या हो गई थी. बताया जा रहा है कि गोगी गैंग ने अपने लीडर की हत्या का बदला लेने के लिए टिल्लू ताजपुरिया की बेरहमी से हत्या कर दी.

सूत्रों के मुताबिक, हमलावर दीपक उर्फ ​​तीतर, योगेश उर्फ ​​टुंडा, राजेश और रियाज खान मंगलवार सुबह करीब सवा छह बजे चादर की सहायता से पहली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचे, जहां ताजपुरिया बंद था और उस पर हमला कर दिया. उसके शरीर पर 92 जख्म मिले. यह सब सिर्फ डेढ़ मिनट में हुआ.

हमलावर जब तक हमला करके थक नहीं गए, तब तक टिल्लू को नहीं छोड़ा. जब जेल प्रशासन टिल्लू के शरीर पर चादर से ढक कर ले जाने लगा, तब भी उस पर हमला किया गया. टिल्लू पर जब हमला किया जा रहा था तो सामने 3 कुख्यात गैंगस्टर सोनू दरियापुर, प्रदीप सोलंकी और मंजीत महाल मौजूद थे, ये तीनों कुख्यात गैंगस्टर माने जाते हैं, लेकिन ये तीनों भी टिल्लू को बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए.

2016 से जेल में बंद था ताजपुरिया
ताजपुरिया 2016 से जेल में बंद था. रोहिणी कोर्ट शूटआउट के बाद से वह गोगी गैंग के निशाने पर था. ताजपुरिया की मौत के बाद सोशल मीडिया पर सतिंदर सिंह बराड़ उर्फ ​​गोल्डी बराड़ का एक पोस्ट वायरल हो रहा है. इसमें उसने दावा किया कि जितेंद्र गोगी की हत्या का बदला लेने के लिए ताजपुरिया पर हमला किया गया. गोल्डी बराड़ कनाडा में छिपा है.

जेल अधिकारियों को शक है कि हमला करने वाले आरोपियों ने संदेह से बचने के लिए पहली मंजिल पर लगे दो ग्रिल काट दिए थे, बाद में उन्हें वहीं लगा दिया. ताकि हमले के दिन उन्हें सिर्फ हटाकर नीचे उतर सकें. इन चारों ने टिल्लू पर हमला उस वक्त किया, जब कैदियों की गिनती के लिए सेल खोली गई थी.

जब टिल्लू ने हमलावरों को देखा, तो वह अपने एक सहयोगी रोहित के साथ सेल में भागा. रोहित ने सेल का दरवाजा बंद कर उसे बचाने की कोशिश भी की. लेकिन सेल अंदर से लॉक नहीं हो पाया. इस हमले में रोहित भी घायल हुआ है. हमले के तुरंत बाद जेल में तैनात सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए और हमलावरों को पकड़ लिया और तेजपुरिया को अस्पताल ले जाया गया. जहां उसके मृत घोषित कर दिया गया.

15 दिन पहले तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था टिल्लू
टिल्लू को 15 दिन पहले रोहिणी जेल से तिहाड़ शिफ्ट किया गया था. 5 दिन बाद उसे फिर से रोहिणी जेल में शिफ्ट किया जाना था. जेल प्रशासन ने बताया कि चारों हमलावरों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है.

टिल्लू की हत्या के पीछे कनाडा में बैठे गोल्डी का हाथ
फेसबुक पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, टिल्लू की हत्या हमारे भाई दीपक तीतर और योगेश टुंडा ने की है. पोस्ट में आगे लिखा गया है कि जितेंद्र गोगी की हत्या की जिम्मेदारी टिल्लू ने ली थी, जो शुरू से ही हमारा दुश्मन था. आज इसकी हत्या कर योगेश और तीतर ने सभी भाइयों का सिर ऊंचा कर दिया है.

गोल्डी बराड़ ने लिखा, ‘गोगी कत्ल में जो भी शामिल थे, सभी कुत्ते की मौत मरेंगे.’ दरअसल, देश की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल में पहले गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया को मौत के घाट उतार दिया गया और अब गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की वहां हत्या कर दी गई. असल में दिल्ली में कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं, जो एक साथ मिलकर काम करते हैं.

कौन है गोल्डी बराड़?
सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है. वह पंजाब में चलाए जा रहे रंगदारी रैकेट में शामिल रहा है. उस पर यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल पहलवान की हत्या में शामिल होने का भी आरोप है. गोल्डी ने 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा में हुई हत्या की जिम्मेदारी ली थी. वह 2021 से कनाडा में रह रहा है और वहां से पंजाब में एक मॉड्यूल के जरिए काम करता है. बराड़ पंजाब के फरीदकोट जिले का मूल निवासी है. गोल्डी बराड़ का संबंध पंजाब के मुक्तसर से है. उसके पिता शमशेर सिंह पंजाब पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर थे, जिन्हें मर्डर केस में नाम आने के बाद 2021 में कंपल्सरी रिटायरमेंट दे दिया गया था.

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