रायपुर,
बेमौसम बरसात ने छत्तीसगढ़ के किसानों की कमर तोड़ दी है. जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर महिमा गवाड़ी के किसान बेमौसम बारिश से तबाह हो गए हैं. फसल बेचकर मोटी कमाई की आस लगाए किसानों की उम्मीदों पर बारिश ने पानी फेर दिया है.पूरे नारायणपुर जिले में सब्जियों की आपूर्ति करने वाले महिमा गवाड़ी के करीब तीन सौ किसानों को डेढ़ से दो करोड़ रुपये के आर्थिक नुकसान होने की बात कही जा रही है. अब ये किसान सरकार से फसल के नुकसान के मुआवजे की राह ताक रहे हैं.
आपको बता दें कि कई सालों बाद अप्रैल और मई के महीने में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है. कुदरत के कहर से अनजान यहां के किसानों ने फसल का बीमा तक नहीं कराया है. इधर फसल के मुआवजे को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों में गंभीरता भी नहीं दिख रही है. किसानों का लाखों रुपये बर्बाद हो चुका है और सर्वे के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है.
इस मामले पर ग्राम प्रमुख, सूर्याराम पटेल का कहना है, “हमारे खेत खलियान में बेमौसम बारिश से साग-सब्जियां सड़ गई हैं. हम लोगों को खूब तकलीफ हो रही है. पूरे गांव में एक करोड़ से ऊपर का नुकसान हुआ है. हम सब डूब गए हैं. नमक तक खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं.”उन्होंने आगे कहा, “अब नई फसल कहां से लगाएंगे. फसल क्षति के मुआवजा के लिए सर्वे को कोई पूछने नहीं आ रहा है. फसल बर्बाद हो गई है, सरकार से सहयोग देने से फायदा होगा लेकिन कोई नहीं पूछ रहा. किसान गरीब है, खूब मेहनत करते हैं लेकिन हर दिन पानी आता है तो फसल कहां से ठीक होगी.”