मोदी के खिलाफ ‘नालायक बेटा’ टिप्पणी पर प्रियांक खड़गे का जवाब, EC को बताया क्यों दिया था बयान

नई दिल्ली

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने हाल ही में पीएम मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद चुनाव आयोग (EC) ने उन्हें नोटिस जारी किया था। EC के नोटिस का जवाब देते हुए कांग्रेस विधायक और कर्नाटक की चित्तपुर सीट से उम्मीदवार प्रियांक खड़गे ने गुरुवार को इस मुद्दे पर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह एक चुनावी रैली में बंजारा समुदाय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खोखली बयानबाजी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

प्रियांक खड़गे ने पीएम मोदी को कहा था ‘नालायक बेटा’
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक को बुधवार को प्रधानमंत्री के खिलाफ उनकी टिप्पणी पर आदर्श आचार संहिता (MCC) के उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। चुनाव आयोग ने उन्हें गुरुवार शाम 5 बजे तक इसका जवाब देने को कहा था। दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के आपत्तिजनक बयान पर बीजेपी नेताओं ने उनकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी। प्रियांक खड़गे ने पीएम मोदी को ‘नालायक बेटा’ कह दिया था, जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने शिकायत दर्ज कराई थी।

EC ने जारी किया था कारण बताओ नोटिस
चुनाव आयोग ने बीजेपी नेताओं शिकायत का संज्ञान लेते हुए प्रियांक खड़गे को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। चुनाव आयोग ने उनके बयान को अपमानजनक और प्रथम दृष्टया आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जवाब मांगा था।

प्रियांक ने एक ट्वीट में कहा, “आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया। मैं वंचितों की आवाज उठाने के लिए कोई भी बलिदान देने और किसी भी सजा को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। जय हिन्द! जय कर्नाटक!” उन्होंने अपने खिलाफ चुनाव आयोग को भाजपा की शिकायत में लगाए गए आरोपों से इनकार किया कि उन्होंने मतदाताओं के बीच असंतोष पैदा करने के लिए कथित रूप से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और जाति का हवाला दिया।

कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि उनकी टिप्पणी को कलबुर्गी में बंजारा समुदाय के लिए की गई पीएम मोदी की टिप्पणी के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। जिस पर उन्होंने आरोप लगाया, “मोदी-बोम्मई सरकारों की बंजारा-अनुसूचित जाति विरोधी नीतियों से गहरी चोट लगी है। उन्होंने बंजारा समुदाय (पूरे एससी-एसटी बिरादरी) के लिए कुछ भी नहीं किया है, सिवाय जुबानी बातें करने और उनके अधिकारों को कुचलने के।”

वंचितों की आवाज उठाने के लिए कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार- प्रियांक खड़गे
प्रियांक खड़गे ने कहा कि वह वंचितों की आवाज उठाने के लिए कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है। चुनाव आयोग के नोटिस में कहा गया था कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि खड़गे ने नेताओं के निजी जीवन पर हमलों के खिलाफ प्रावधानों का उल्लंघन किया है।इसके जवाब में प्रियांक ने इस बात से इनकार किया कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत हमला या दुर्भावनापूर्ण थी। उन्होंने कहा, “वास्तव में मेरा बयान एक भाजपा नेता के रूप में प्रधानमंत्री के सार्वजनिक भाषण के जवाब में था, जो उनकी खोखली बयानबाजी को दिखाता है।”

 

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