महेंद्र सिंह धोनी ने मथीशा पथिराना को दी ऐसी सलाह, कहीं नाराज न हो जाए श्रीलंका!

चेन्नई

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने युवा तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना को श्रीलंका क्रिकेट के लिए शानदार कौशल करार देते हुए कहा कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट से दूर रहना चाहिये। दिग्गज लसिथ मलिंगा की तरह एक्शन वाले 20 साल के इस गेंदबाज ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ चार ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच चुने गये। धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा कि ‘स्लिंग’ एक्शन वाले गेंदबाजों को चोटिल होने का खतरा अधिक रहता है। उन्होंने पाथिराना और श्रीलंकाई क्रिकेट प्रशासकों को उन्हें खेल के सभी प्रारूपों में खेलने के खिलाफ आगाह किया।

क्यों टेस्ट खेलने को मना किया
मुंबई के खिलाफ मुकाबले के बाद धोनी ने कहा, ‘जिन गेंदबाजों का एक्शन जटिल होता है बल्लेबाजों के लिए उसकी गेंदों को पढ़ना मुश्किल होता है। पथिराना की बात करें तो उसकी निरंतरता और तेजी उसे खास बनाती है। मुझे लगता है कि उसे टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए, उसके बारे में सोचना भी नहीं चाहिये। वह केवल आईसीसी टूर्नामेंट ही खेल सकता है। वह युवा है और वह श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए काफी अहम साबित होगा। पिछली बार वह यहां आया था तब काफी दुबला था लेकिन अब थोड़ा मजबूत हो गया है।’

पहले बैटिंग करना चाहते थे धोनी
धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उन्होंने हालांकि खुलासा किया कि वह पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, लेकिन टीम की बैठक में उनके मत से मेल खाने वालों की संख्या कम थी। उन्होंने कहा, ‘मैं टॉस के फैसले को लेकर पशोपेश में था, मैं पहले बल्लेबाजी करना चाहता था लेकिन टीम ने बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए पहले गेंदबाजी का फैसला किया। अगर किसी तरह का भ्रम होता है तो हम बैठकर इसके बारे में बात करते हैं। मुझे लगा कि विकेट धीमा हो जाएगा और इसके पीछे यही कारण था, और अगर बारिश भी आती है तो मैच का अधिकांश हिस्सा हो चुका होता।’

क्यों तीसरे नंबर पर उतरे रोहित
धोनी ने कहा कि टीम के लिए यह जीत अहम है क्योंकि इससे उन्हें कुछ राहत मिलेगी। मैच में पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण मिलने पर मुंबई इंडियंस ने आठ विकेट पर 139 रन बनाये। चेन्नई सुपरकिंग्स ने 17.4 ओवर में 140 बना कर मैच अपने नाम कर लिया। मुंबई के कप्तान रोहित से जब टीम की हार का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हमने हर विभाग में गलती की। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, स्कोर बोर्ड पर इतने रन नहीं बना सके जिससे गेंदबाज को मैच निकालने का मौका मिलता। हमारे लिए यह बल्लेबाजी में खराब दिन था। पारी का आगाज करने के बजाय तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमने वही किया जो हमें सहज लगा। तिलक वर्मा के टीम में नहीं होने से हम चाहते थे कि स्पिन के खिलाफ बीच के ओवरों में भारतीय बल्लेबाज क्रीज पर रहे लेकिन ऐसा नहीं हो सका हमने 16 रन पर तीन विकेट गंवा दिए।’

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