नई दिल्ली
अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। अडानी ग्रीन एनर्जी सहित अडानी ग्रुप की 3 कंपनियों को यूएन सर्थित क्लाइमेट ग्रुप से झटका लगा है। इन कंपनियों को कॉरपोरेट ग्रीन गोल्स के दुनिया के प्रमुख संस्थान से अप्रूवल खत्म हो गया है। इससे खुद को भारत के एनर्जी ट्रांजिशन के लीडर के रूप में स्थापित करने के अडानी ग्रुप के प्रयासों को झटका लगा है। अडानी ग्रीन, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी पोर्ट्स को अप्रैल के आखिर में साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनिशिएटिव्ज (SBTi) द्वारा पब्लिश ‘कंपनीज टेकिंग एक्शन’ लिस्ट से हटा दिया गया था।
यह बताई वजह
यूएन समर्थित ग्रुप SBTi ग्लोबल वार्मिंग को कम करने पर पेरिस समझौते के लक्ष्य के अनुरूप उत्सर्जन को घटाने के लिए ठोस योजनाएं बनाने में कंपनियों की मदद करता है। एसबीटीआई के प्रवक्ता ने बताया ‘एसबीटीआई ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध और सबमिट की गई जानकारी के आधार पर एक आंतरिक मूल्यांकन किया और निष्कर्ष निकाला कि तीनों कंपनियां इनिशिएटिव्ज के स्टैंडर्ड और पॉलिसी रिक्वायरमेंट्स के अनुरूप नहीं हैं।’
फरवरी में हुआ था विवाद
सस्टेनेबिलिटी माइंडेड इन्वेस्टर्स आमतौर पर निवेश से पहले एसबीटीआई की मंजूरी की मुहर देखते हैं। अडानी नाम वाले स्टॉक फरवरी की शुरुआत में 500 से अधिक ईएसजी फंड में दिखाई दिये थे। इसी महीने एक फाइलिंग से पता चला था कि अडानी अपनी विवादास्पद कारमाइकल कोयला खदान की वित्तीय मदद के लिए अपनी ग्रीन कंपनियों के स्टॉक्स को कोलैटरल के रूप में यूज कर रहा था।
लाल निशान पर शेयर
मंगलवार दोपहर बीएसई पर अडानी ग्रीन का शेयर गिरावट के साथ ट्रेड करता दिखा। कंपनी का शेयर 1.07 फीसदी या 9.85 रुपये की गिरावट के साथ 906.85 पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, अडानी ट्रांसमिशन का शेयर 5 फीसदी के लोअर सर्किट पर ट्रेड करता दिखा। यह शेयर 47.45 रुपये गिरकर 901.85 रुपये पर आ गया। अडानी पोर्ट की बात करें, तो यह सपाट ट्रेड करता दिखा। मंगलवार दोपहर यह शेयर 0.80 फीसदी की बढ़त के साथ 690.50 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।