न मिला सम्मानजनक बोनस, इंसेटिव नाइट एलाउंस और नहीं तय हो पाई तारीख जेसीएम की

– प्रदर्शन-धरना, ज्ञापन और कार्पोरेट से मुलाकात भी काम नहीं आ सकी ट्रेड यूनियन नेताओं की
– परेशान कर्मचारी, नेताओं पर टिकी हैं निगाहें, नेताओं के टकराव का फायदा पहुंच रहा है प्रबंधन को

भोपाल।

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड भेल भोपाल यूनिट को भले ही प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव को हुए लंबा अरसा गुजर गया लेकिन यह यूनियन भेल कर्मचारियों के बड़े मुद्दों को आज भी पूरा नहीं कर पायी है। इन नेताओं ने प्रबंधन के खिलाफ धरना, प्रदर्शन के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन तक सौंप डाले। यहां तक कि दिल्ली कार्पोरेट से ज्वाइंट कमेटी की बैठक की तारीख तक तय नहीं करा पायी।

नेता भोपाल से लेकर दिल्ली कार्पोरेट तक तारीख तय कराने के लिए दौड़ लगा चुके हैं लेकिन इसकी बैठक की तारीख आज तक तय नहीं हो पायी। नंबर 1, 2 ,3,4 सभी में कर्मचारियों के लिए प्रबंधन से लड़ाई तो लड़ी लेकिन चली प्रबंधन की। अब यह नेता इन मुद्दों का मामला भले ही दिल्ली कार्पोरेट से जुड़ा हो लेकिन प्रदर्शन यूनिट स्तर पर करते दिखाई दे रहेे है। रही बात भेल दिल्ली के सेंट्रल लीडरों को तो सबकुछ दारोमदार इन पर ही हैं। वह भी दिल्ली कार्पोरेट के आगे मौन दिखायी दे रहे हैं। ऐसे में भेल के हजारों कर्मचारियों की मांगों को कौन पूरा करेगा इसको लेकर प्रश्न चिन्ह सा लग गया है।

नेता मजे मेें है कर्मचारी परेशान। एक बार फिर वह किसी नई यूनियन के बनने का इंतजार कर रही हैं। खास बात यह है कि भले ही सीटू यूनियन कमजोर है फिर भी उनके सदस्य इन मांगों को लेकर लंबा प्रदर्शन करने का मूड बना चुके है। साफ जाहिर है कि इसके बाद अन्य यूनियनें भी मैदान में उतरेंगी। सब मिलाकर यदि कर्मचारी हित में यह सब एक हो जाए तो प्रबंधन को झुकना ही पड़ेगा। सिर्फ प्रतिनिधि यूनियन को अपने लाभ-शुभ को छोडऩा होगा।

सीटू यूनियन का विरोध प्रदर्शन
भेल कर्मचारियों के पीपी बोनस, एसआईपी इंसेंटिव की मांग को लेकर बुधवार को भेल के द्वार क्रमांक 5 पर भेल कामगार ट्रेड यूनियन सीटू ने जंगी सभा का आयोजन किया। आयोजन में द्वार सभा को संबोधित करते हुए दीपक गुप्ता ने कहा कि पिछले 3 साल से भेल कर्मचारियों के एसआईपी, पीपी और इंसेंटिव का भुगतान रोक कर भेल प्रबंधन ने कर्मचारियों को कराड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया है। पिछले साल मुनाफा युक्त परिणाम आने के बाद भी भेल प्रबंधन कर्मचारियों का बोनस देना नहीं चाहती है लेकिन सीटू यूनियन अब चुप नहीं बैठेगी। यूनियन के महामंत्री रंजीत सिंह ने कहा कि यह कोई 1 दिन का धरना-प्रदर्शन नहीं है जब तक मांग पूरी नहीं हो जाएगी तबतक सीआईटीयू का चरणबद्ध आंदोलन चलता रहेगा।

उन्होंने कहा कि भेल के अधिकारी एसी कमरे में बैठकर यह फैसला करते हैं कि शॉप फ्लोर में पसीना बहाने वाले मजदूरों का किस प्रकार बोनस इंसेंटिव टी-3 का गबन किया जाए। पिछले 3 साल से प्रबंधन ने भेल कर्मचारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया है। आने वाले 15 मई तक यदि भेल प्रबंधन बीपी बोनस, एसआईपी, इंसेंटिव के निराकरण के लिए जेसीएम बैठक की तारीख घोषित नहीं करती है तो सीआईटीयू यूनियन विवश होकर स्ट्राइक नोटिस जारी करेगी। अध्यक्ष लोकेन्द्र शेखावत ने कहा कि चरणबद्ध आंदोलन की अगली कड़ी में दिनांक 12 मई शुक्रवार को द्वार क्रंमाक 6 पर भी इन मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

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