कौन हैं सुनील कानुगोलू, जिनकी रणनीति पर चलकर कांग्रेस ने जीता कर्नाटक

नई दिल्ली,

कर्नाटक विधानसभा के चुनावों के परिणाम आ चुके हैं. कांग्रेस जीत चुकी है और उसने बीजेपी का राज्य से सफाया कर दिया है. इस जीत के बाद कांग्रेस खेमे में जहां खुशी की लहर है तो वहीं इस जीत को उनके बीच बांटने का सिलसिला भी जारी है, जिनके कारण भारत के इस दक्षिणी राज्य में कांग्रेस की एक बार फिर वापसी हो सकी है. बात जब जीत की होती है तो नाम और चेहरे तो कई होते हैं. आज की तारीख में कांग्रेस के पास भी चेहरों की कमी नहीं है. राहुल गांधी से लेकर, मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार जैसे कई नामों के बीच विजय की भागीदारी बंट सकती है, लेकिन इन सबके बीच एक नाम और चेहरा ऐसा है, जिसके पक्ष में सर्वसम्मति से सभी खड़े होंगे. ये नाम है, सुनील कानुगोलू का, जिन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के लिए रणनीति बनाई और आज के परिणाम की पटकथा लिखी है.

कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकार
सुनील कानुगोलू ही वह शख्स हैं, जो कि कर्नाटक में कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक हैं. पूरे चुनाव के दौरान उन्होंने यह तय किया कि जनता के साथ व्यापक और विस्तृत संपर्क हो. इसके लिए रणनीतियां तैयार कीं. बीजेपी की ओर से दिए जा रहे चुनावी भाषणों और एजेंडे की भी काट निकाली और भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोपों में उलझी भाजपा शासित सरकार को बेनकाब किया. विधानसभा चुनाव में इतनी बड़ी सफलता हासिल करने का श्रेय पूरे कांग्रेस कैडर को जाता है, लेकिन सुनील कानुगोलू चुनाव प्रचार के लिए नए-नए तरीके ईजाद करने, लोगों की नब्ज जानने के लिए अलग-अलग सर्वे लाने और इस तरह से एक उम्मीदवार को विजय दिलाने के लिए बधाई के पात्र हैं.

बीते साल मार्च में कांग्रेस से जुड़े सुनील
बता दें कि, कांग्रेस ने बीते साल मार्च में सुनील कानुगोलू को बतौर चुनावी रणनीतिकार पार्टी में जगह दी है. कांग्रेस ने पिछले साल मई में 2024 के लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना की है. इसमें चुनावी रणनीतिकार सुनील कानुगोलू को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. सुनील कानुगोलू इससे पहले DMK, AIADMK और BJP के साथ भी काम कर चुके हैं. उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए, 2019 के संसदीय चुनावों में DMK और तमिलनाडु में 2021 के विधानसभा चुनावों में AIADMK के लिए चुनावी रणनीतियां बनाई थीं. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की अनुपस्थिति में AIADMK के लिए रणनीति बनाई और पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया, साथ ही पार्टी की रणनीति को बढ़ावा देने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है.

प्रशांत किशोर के साथ भी काम कर चुके हैं सुनील
खास बात ये भी है कि कानुगोलू ने साल 2014 से पहले प्रशांत किशोर के साथ भी काम किया था. मैकिन्से के पूर्व सलाहकार सुनील कानुगोलू 2014 में नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान के एक महत्वपूर्ण घटक थे और उन्होंने बीजेपी के एसोसिएशन ऑफ बिलियन माइंड्स (एबीएम) के प्रमुख के रूप में कार्य किया है. उन्होंने एबीएम का नेतृत्व किया और भाजपा के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक चुनाव अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इन सभी चुनावों में बीजेपी जीती या सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.

भारत जोड़ो यात्रा के भी रहे हैं रणनीतिकार
कर्नाटक के मूल निवासी होने के बावजूद सुनील की परवरिश चेन्नई में हुई. एक मामूली प्रोफ़ाइल रखने के बावजूद, सुनील राजनीतिक क्षेत्र में काफी पसंद किए जाते हैं. पिछले साल वह कांग्रेस के साथ जुड़े और उन्होंने सबसे पुरानी पार्टी के लिए रणनीति बनानी शुरू की थी. कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है. दिलचस्प बात यह है कि कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा के साथ काम किया था जो राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. इस बार भी सुनील विजयी पक्ष में हैं.

 

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