भारत से आकर दादा जी ने गलती की… एक और पाकिस्तानी मुस्लिम का छलका दर्द, लहराया तिरंगा

इस्‍लामाबाद

भारत और पाकिस्‍तान के बीच सन् 1947 में बंटवारा हो गया। इसके बाद कुछ मुसलमान भारत से जाकर पाकिस्‍तान में बस गए और कुछ यहीं रह गए। बंटवारे के सात दशक बाद दोनों देशों की कहानी अलग-अलग है। एक देश जहां अपनी आर्थिक तरक्‍की से दुनिया को हैरान कर रहा है तो दूसरा अभी तक संकटों में ही घिरा हुआ है। कभी दिवालिया होने का खतरा तो कभी तख्‍तापलट का डर। ऐसे में अब कुछ लोग जिनके पूर्वजों ने बंटवारे के समय पाकिस्‍तान को चुना, उनके फैसलों पर सवाल उठाने लगे हैं। ऐसे ही एक इनफ्लुएंसर हैं, सयान अली। सयान अली अमेरिका में रहते हैं और पाकिस्‍तानी मूल के हैं और अक्‍सर भारत की तारीफ में वीडियो शेयर करते रहते हैं। ध्यान रहे, पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने भी भारत छोड़ने के लिए अपने दादा जी को कोसा था। उसने सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘दादाजी ने वाट लगा दी।’

दादा-दादी ने की सबसे बड़ी गलती
सयान ने हाल ही में ट्विटर पर एक पोस्‍ट शेयर की है। तिरंगे के साथ उनकी इस फोटो को काफी लाइक्‍स और कमेंट्स मिल रहे हैं। हाथ में तिरंगा पकड़े सयान ने काफी लंबी-चौड़ी पोस्‍ट लिखी है। उन्‍होंने लिखा, ‘दुनिया में ‘पाकिस्तान’ जैसी कोई चीज ही नहीं है। पाकिस्तान की स्‍थापना धर्म के आधार पर की गई थी न कि इसलिए कि दुनिया को इसकी जरूरत थी।’ इस पोस्‍ट को पढ़ने से सयान का दर्द भी साफ नजर आता है। उन्‍होंने आगे लिखा है, ‘मेरे दादा-दादी ने भारत के बजाय पाकिस्तान को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि वे मुसलमान थे। पाकिस्तान जाना मेरे दादा-दादी की सबसे बड़ी गलती थी।’

पाकिस्‍तानी होने का अफसोस
सयान की पोस्‍ट पढ़ने पता लगता है कि उन्‍हें पाकिस्‍तानी होने का कितना अफसोस है। उन्‍होंने लिखा, ‘अगर मैं पाकिस्तान के बजाय भारत में होता तो मुझे सुरक्षा मसलों की वजह से अपना देश नहीं छोड़ना पड़ता। मुसलमान और हिंदू कभी दुश्मन नहीं थे। कुछ असामाजिक लोग थे जो इन दोनों समुदायों को अलग करना चाहते थे।’ सयान के मुताबिक कुछ बाहरी ताकतें ‘अखंड भारत’ को देखकर डर गईं। दुर्भाग्य से, वे एक सुंदर और शायद सबसे शक्तिशाली राष्ट्र को विभाजित करने में सफल भी रहीं।

संस्‍कृति भी भारत की नकल
सयान का कहना था कि सरल शब्दों में कहें तो पाकिस्तान एक देश भी नहीं है क्योंकि एक देश की अपनी संस्कृति होती है। उन्‍होंने लिखा कि सन् 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्‍तान की पूरी संस्‍कृति सिर्फ भारतीय संस्कृति की नकल थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि जिन लोगों ने भारत से जमीन के इस टुकड़े को अलग किया, उनमें अपनी संस्कृति निर्माण की काबिलियत नहीं थे। वो सिर्फ हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नकारात्मकता फैलाना चाहते थे। सयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े फैन हैं। हाल ही में हनुमान जयंती पर उनका हनुमान चलीसा वाला वीडियो काफी वायरल हुआ था।

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