लॉरेंस बिश्नोई के दिए पिस्टल से अतीक-अशरफ की हत्या! NIA ने किए 10 खुलासे

नई दिल्ली,

बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता सलमान खान को मारने की लगातार धमकी देकर गैगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों चर्चा में है. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआई ने लॉरेंस बिश्नोई को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया है.एनआईए के मुताबिक, लॉरेंस ने टॉप 10 टार्गेट बना रखे हैं, जिसमें सलमान खान पहले नंबर पर है. इस लिस्ट में पंजाबी सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर का नाम भी शामिल है. कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सामने कबूलनामा सामने आया है.

खुलासा नंबर- 1
लॉरेंस के टॉप-10 टारगेट लिस्ट में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान पहले नंबर-1 पर हैं. वो हर हाल में सलमान को मारना चाहता है. लॉरेंस बिश्नोई के मुताबिक, 1998 में सलमान खान ने एक फिल्म की शूटिंग के दौरान जोधपुर में काले हिरण का शिकार किया था. काले हिरण को बिश्नोई समाज पूजता है और यही वजह है कि लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान को मौत के घाट उतारना चाहता है. इसके लिए लॉरेंस ने अपने सबसे करीबी संपत नेहरा को सलमान की रेकी के लिए भी मुंबई भेजा था. मगर, संपत को हरियाणा एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था.

खुलासा नंबर- 2
लॉरेंस बिश्नोई ने NIA के सामने खुलासा किया है कि साल 2021 में उसने अमेरिका से गोल्डी बराड़ के जरिए गोगी गैंग को 2 जिगाना पिस्टल दी थी. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिका से मंगवाई गई इसी पिस्टल से बीते महीने गैंगस्टर अतीक और अशरफ की हत्या की गई थी? अतीक-अशरफ की हत्या में शामिल शूटर सन्नी ने खुलासा किया था कि उसने जिगाना पिस्टल गोगी गैंग से ली थी.

बता दें कि 15 अप्रैल को यूपी के प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाते वक्त तीन शूटरों ने बाहुबली और माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी थी. जांच में सामने आया था कि शूटरों ने इस कत्ल को अंजाम देने के लिए जिगाना पिस्टल का ही इस्तेमाल किया था.

खुलासा नंबर- 3
बिश्नोई ने खुलासा किया की उत्तर प्रदेश के अयोध्या का एक बाहुबली नेता विकास सिंह बिश्नोई गैंग के गुर्गों को पनाह देता है. विकास सिंह के ठिकाने पर बिश्नोई गैंग के कई गुर्गे वारदात के बाद शरण लेते हैं.

खुलासा नंबर- 4
लॉरेंस ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए हवाला के जरिए 50 लाख रुपए गोल्डी बराड़ को पहुंचाए थे. क्राइम सिंडिकेट से कमाए गई दौलत थाईलैंड में बैठे एक शख्स के जरिए लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ निवेश करते हैं.लॉरेंस बिश्नोई के कबूलनामे के मुताबिक, उसका गैंग कारोबारियों से उगाही करता है. NIA के सामने उसने कबूल किया कि कैसे वो कॉलेज पॉलिटिक्स से जुर्म की दुनिया में आया था.

खुलासा नंबर- 5
लॉरेंस के कबूलनामे के मुताबिक, कौशल चौधरी ने विक्की मुद्दुखेड़ा के कातिलों भोलू शूटर, अनिल लठ और सन्नी लेफ्टी को हथियार मुहैया करवाये थे. कौशल चौधरी हरियाणा की जेल में बंद है और वह कुख्यात गैंगस्टर माना जाता है.

खुलासा नंबर- 6
लॉरेंस के कबूलनामे के मुताबिक, लक्की पटियाल उसका दुश्मन गैंग है. उसने बताया कि लक्की के कहने पर ही उसके करीबी और गोल्डी के भाई गुरलाल बराड़ का कत्ल किया गया था. इसी ने विक्की मुद्दुखेड़ा के शूटर्स और रेकी करने वालो को छिपने में मदद की थी.

खुलासा नंबर- 7
बिश्नोई ने खुलासा किया कि विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल का बदला लेने के लिए लॉरेंस ने सिंतबर/ अक्टूबर 2021 में तीन शूटर्स शाहरुख, डैनी और अमन को सिद्धू मूसेवाला के कत्ल के लिए उसके गांव भेजा था.गांव में रुकने के लिए उनकी मदद मोना सरपंच और जग्गू भगवानपुरिया ने की थी. मगर, बाद में इन शूटर्स ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला को मारने के लिए कुछ और शूटर्स को शामिल करना पड़ेगा. इस बीच लॉरेंस कनाडा में गोल्डी बराड़ के संपर्क में भी था.

खुलासा नंबर- 8
लॉरेंस बिश्नोई ने पूछताछ में बताया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश तैयार करते वक्त उसने हवाला के जरिये 50 लाख रुपये कनाडा में गोल्डी बराड़ को भिजवाए थे.साल 2018 से लेकर 2022 के बीच लॉरेंस ने यूपी के खुर्जा से अपने करीबी गैंगस्टर रोहित चौधरी की मदद से आर्म्स सप्लायर कुर्बान चौधरी से करीब 2 करोड़ रुपये में 25 हथियार खरीदे थे. इसमें 9 MM की पिस्टल और AK-47 शामिल हैं. इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हुआ था.

खुलासा नंबर- 9
लॉरेंस बिश्नोई ने NIA के सामने ये भी कबूल किया कि भरतपुर, फरीदकोट और अन्य जेलों में रहते हुए उसने कभी राजस्थान के कारोबारियों, कभी चंडीगढ़ के 10 क्लब मालिकों, अंबाला में मॉल के मालिक, शराब कारोबारियों तो कभी दिल्ली और पंजाब के सटोरियों से करोड़ों रुपये की उगाही की थी.

खुलासा नंबर- 10
जेल में इन सभी के फोन नंबर लॉरेंस को गोल्डी बराड़, काला राणा, चंडीगढ़ के क्लब मालिकों के नंबर गुरलाल बराड़ और काला जेठेडी ने मुहैया करवाए थे. इतना ही नहीं, लॉरेंस ने ये भी कबूल किया कि राजस्थान के कई क्रेशर मालिकों और स्टोन कारोबारियों से उसके कहने पर गैंगस्टर आंनदपाल के भाई विक्की सिंह और मंजीत सिंह ने पैसे इक्क्ठा किए थे.

About bheldn

Check Also

‘मर्जी से दुकान के बाहर नाम लिखने से नहीं रोका, बस किसी को मजबूर नहीं कर सकते’ नेमप्लेट विवाद पर SC ने कहा

नई दिल्ली, कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों और भोजनालयों के लिए नेमप्लेट विवाद पर शुक्रवार …