सम्राट नहीं बनने जा रहे बीजेपी का ‘CM फेस’? पार्टी को ‘बिहार के योगी’ की तलाश

पटना

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी की मुलाकात के बाद कई तरह की चर्चा हो रही है। सबसे बड़ी चर्चा ये है कि पार्टी ने सम्राट को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। जिम्मेदारी ये कि वो बिहार में सीएम पद के लिए एक ऐसा चेहरा ढूंढें जो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मेल खाता हो। यानि वो चेहरा जिसे सख्त हिंदुत्व के एजेंडे के साथ आगे रखा जा सके। हालांकि ये सिर्फ चर्चा भर है, लेकिन सियासी गलियारे में फिलहाल यही बातें हो रही हैं। वहीं हाल के दिनों में जिस तरह से भाजपा के नेता मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बयान दे रहे हैं, उससे यह साफ है कि भाजपा में अब मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा हो रही है। इधर, गौर करने वाली बात है कि भाजपा के नेता जातीय मुद्दों के बजाय हिंदुत्व के मुद्दे को हवा दे रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि बीजेपी अब कभी भी नीतीश कुमार के साथ समझौता नहीं करेगी और अगले बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ लड़ेगी।

अचानक से बिहार बीजेपी के सीएम फेस की चर्चा क्यों?
भाजपा ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर एक कुशल वक्ता को सामने लाने की कोशिश की है। इधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय पहुंचने पर सम्राट चौधरी सीएम का चेहरा संबंधित नारे लगवा चुके हैं। इधर, शनिवार को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सम्राट चौधरी बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नाम की चर्चा की। यहां गौर करने लायक बात ये है कि बिहार बीजेपी में कभी भी मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा नहीं हुई थी। पिछले 17 सालों में नीतीश के नेतृत्व में ही सरकार बनती रही है। बीजेपी इस दौरान बड़े भाई की भूमिका के बाद भी नीतीश की पिछलग्गू बनी रही।

बीजेपी को नहीं नहीं मिल रहा ‘नया आदमी’- प्रशांत किशोर
चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कहते हैं कि ‘भाजपा आज तक एक भी नेता ऐसा नहीं खोज पाई जिसे नेतृत्व लायक माना जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा को बिहार में कोई नया आदमी नहीं मिल रहा है, उनको भी वही व्यक्ति मिला है, जिनके बाप-दादा पहले किसी और दल में थे, बिहार में भाजपा अभी नेता खोज ही रही है। कोई नेता उनको यहां मिल जाएं जिसके नाम पर बिहार में चुनाव लड़ा जा सके, इसी की फिराक में रहते हैं। प्रधानमंत्री के चेहरे पर जो वोट मिलता है बस वही वोट भाजपा को मिल रहा है। बिहार में भाजपा के किसी नेता के नाम पर 5 वोट भी नहीं है।’

बीजेपी को बिहार में योगी जैसे चेहरे की तलाश- सूत्र
बीजेपी के सूत्रों ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक पार्टी को यहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे सख्त हिंदुत्ववादी चेहरे की तलाश है। सूत्र ये भी बता रहे हैं कि बीजेपी किसी गठबंधन के बिना भी अपने दम पर बिहार में चुनावी मैदान में उतर सकती है। गौर से देखें तो भाजपा नए चेहरे को अभी से ही सामने लाने लगी है जो विरोधियों के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी कहते हैं कि ये कार्यकर्ताओं की पार्टी है और यहां जिसे जो कार्य या दायित्व मिलता है, उसे निभाया जाता है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि भाजपा के बूथस्तर का अध्यक्ष भी नीतीश कुमार से कहीं अच्छे से बिहार चला लेगा।

About bheldn

Check Also

अब NO राजनीति! दरभंगा AIIMS पर दिल्ली से आई गुड न्यूज, ताजा अपडेट जान लीजिए

दरभंगा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दरभंगा के शोभन बाइपास वाली जमीन को एम्स निर्माण के …