टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद हटाए गए थे एग्जॉस्ट फैन, अब कोर्ट ने दिया ये निर्देश

नई दिल्ली,

टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड के बाद तिहाड़ जेल की सभी सेल से एग्जॉस्ट फैन और कूलर हटा दिए गए थे. इससे बंदियों को भीषण गर्मी में काफी दिक्कत हो रही थी. इसको देखते हुए राउज एवेन्यू कोर्ट ने तिहाड़ के अधिकारियों को 5 दिनों के भीतर पंखे, कूलर लगाने का निर्देश दिया है.गौरतलब है कि जेल की जिस सेल में अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आरोपी क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को रखा गया है, वह एक मंजिला है. भीषण गर्मी के बीच एग्जॉस्ट फैन को मई महीने के शुरुआती दिनों में हटा दिया था. इसके बाद सेल में प्लास्टिक के एग्जॉस्ट फैन लगाए जाने थे. मगर, जेल अथॉरिटी की ओर से अभी तक प्लास्टिक के एग्जॉस्ट फैन नहीं लगवाए गए.

एग्जॉस्ट फैन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है- अधीक्षक
वहीं, उप जेल अधीक्षक का कहना है कि प्लास्टिक एग्जॉस्ट फैन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है. इसमें समय लग सकता है. ये देखते हुए डीजी (जेल) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि पांच दिनों के भीतर क्रिश्चियन मिशेल जेम्स की सेल में फैन लगाया जाएगा. शनिवार को राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने कहा कि जेल अधिकारी अस्पष्ट जवाब दे रहे थे. यह स्पष्ट नहीं कर रहे थे कि सभी पंखे और कूलर क्यों हटा दिए गए. कोर्ट ने जल्द पंखे लगाने के निर्देश दिए हैं.

क्रिश्चियन मिशेल की ओर से दाखिल की गई थी याचिका
बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल ने पिछले हफ्ते राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि जेल की सेल से पंखे और कूलर हटा दिए गए हैं, जबकि तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. इस वजह से बहुत दिक्कत होती है.

इससे पहले राउज एवेन्यू कोर्ट ने 18 मई को अपने आदेश में कहा था कि जेल अधीक्षक प्रवीण कुमार का कहना है कि पंखे काम कर रहे हैं. केवल एग्जॉस्ट फैन हटाए गए हैं, क्योंकि एग्जॉस्ट फैन के कुछ हिस्सों को कैदियों द्वारा हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. जेल प्राधिकरण इन एग्जॉस्ट फैन की जगह पर प्लास्टिक के एग्जॉस्ट फैन लगाएगा.

टिल्लू के हत्यारोपियों ने एग्जॉस्ट फैन से बनाए थे ‘चाकू’
बता दें कि तिहाड़ जेल में गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात को गोगी गैंग के दीपक तीतर, योगेश, राजेश और रियाज ने अंजाम दिया था. कातिलों ने अपनी मंजिल की बैरक में लगे एग्जॉस्ट फैन को निकाला था. फिर उसके लोहे के हिस्से को अलग-अलग भागों में बांट लिया था. फिर घिस-घिसकर उसे नुकीला बनाया और चाकू का शेप दिया था.

 

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