नागपुर
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष ने आरजेडी पर निशाना साधा है। आरजेडी ने नए संसद भवन को ताबूत बताया तो ओवैसी भड़क उठे। उन्होंने कि आरजेडी का कोई स्टैंड ही नहीं है। ताबूत क्यों कह रहे हैं वे? कोई और मिसाल भी दे सकते थे। इसमें भी कोई एंगल लाते हैं। कभी सेक्युलर बोलते हैं कभी भाजपा से निकले हुए नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री बना लेते हैं। लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी नागपुर पहुंचे थे। उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।
लोकसभा सांसद ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कहा कि यह सम्मान अध्यक्ष को जाना चाहिए। ओवैसी ने कहा, ‘लोकसभा के संरक्षक अध्यक्ष हैं, प्रधानमंत्री नहीं।’ उन्होंने कहा कि अगर अध्यक्ष ओम बिरला नए संसद भवन का उद्घाटन करते हैं, तो हम निश्चित रूप से जाते।
‘मुसलमानों को हाशिए में डालनेवाला होगा मोदी का इतिहास’
ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक विरासत लिखी जाएगी तो वह मुसलमानों को हाशिये पर डालने के बारे में होगी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय कांग्रेस शासन के दौरान बेहतर नहीं था, क्योंकि प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल के दौरान दंगा पीड़ितों में से अधिकांश समुदाय से थे।
‘मोदी को रोकने की ताकत कांग्रेस में नहीं’
ओवैसी ने भाजपा और आरएसएस पर महाराष्ट्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने पार्टियों के बयानों पर कड़ा प्रहार किया कि AIMIM धर्मनिरपेक्ष वोटों में कटौती कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी जीत रही है, तो यह कांग्रेस और इन अन्य पार्टियों के कारण है। उनके पास मोदी को रोकने की ताकत नहीं है।
‘अल्पसंख्यक के खिलाफ जहर उगला’
हैदराबाद के सांसद ने भाजपा और आरएसएस पर महाराष्ट्र में हिंदू जनाक्रोश मोर्चा रैलियों का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लगभग 50 ऐसी रैलियां आयोजित की गईं और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जहर उगला गया। लेकिन सरकार द्वारा कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि जनता को कांग्रेस और अन्य दलों की ‘चुप्पी’ पर ध्यान देना चाहिए। क्या कांग्रेस पार्टी के किसी नेता ने इन रैलियों का विरोध किया या वहां जो कहा जा रहा था उसकी निंदा की?