जयपुर में एक बार फिर लगे ‘हिंदुओं के पलायन’ वाले पोस्टर, जानिए क्या है इनकी हकीकत

जयपुर

राजधानी जयपुर के परकोटा क्षेत्र में एक बार फिर ‘हिंदुओं के पलायन’ वाले पोस्टर नजर आए हैं। शनिवार 27 मई को हवामहल विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 12 में ‘हिंदुओं के पलायन’ वाले पोस्टर सामने आए हैं। इस बार जिम्मेदार वार्ड 12 की निर्दलीय पार्षद मौजम बानो, उनके पति अख्तर हुसैन सहित नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को ठहराया गया है। हवामहल विधानसभा क्षेत्र के रामगढ़ मोड़ स्थित कृष्णा कॉलोनी के 20 से ज्यादा मकानों के बाहर ये पोस्टर चस्पा किए गए हैं। इसके बाद स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए हैं। पुलिस समझाइश करने पहुंची तो स्थानीय लोग पुलिस से उलझ गए।

इस बार पार्षद और उनके पति जिम्मेदार ठहराया
हैरिटेज नगर निगम के वार्ड 12 के कृष्णा कॉलोनी में करीब 20 से ज्यादा घरों के बाहर हिंदुओं का पलायन जारी पोस्टर चस्पा नजर आए हैं। कॉलोनी विकास समिति के अध्यक्ष आलोक पारीक ने बताया कि पोस्टर पर लिखा है कि ‘कृष्णा कॉलोनी निवासी- पलायन को मजबूर हैं। हवामहल के रामगढ़ मोड़ क्षेत्र से ‘हिंदुओं का पलायन जारी जिम्मेदार जी। इस पलायन के लिए स्थानीय पार्षद और पार्षद पति अख्तर हुसैन के साथ नगर निगम कर्मचारी-अधिकारी हैं। इन पोस्टरों के चस्पा होने के बाद स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए हैं। ब्रह्मपुरी थाना पुलिस उनसे समझाइश करने पहुंची तो लोग पुलिस से उलझने लगे।

हकीकत में विवाद अवैध निर्माण से जुड़ा है
हवामहल की कृष्णा कॉलोनी में लगे ये पोस्टर किसने और कब लगाए गए। इसकी जानकारी किसी को नहीं है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में अलग अलग कारणों से कई लोग मकान बेचकर गए हैं लेकिन वर्तमान में यह मामला अवैध निर्माण के चलते सामने आया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वार्ड पार्षद नगर निगम के अधिकारों से मिलकर मनमानी करती है। उन्होंने हिंदुओं के घरों के आगे बने सभी रैम्प तुड़वा दिए जबकि पार्षद सहित समुदाय विशेष के अन्य लोगों के घरों के बाहर बने रैंप बरकरार है। इससे सड़क निर्माण का काम अटका हुआ है। लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अवैध व्यवसायिक निर्माण के भी आरोप लगाए हैं। धरने पर बैठे लोगों को पुलिस और प्रशासन ने आश्वासन दिया कि आगामी 2 दिन में सभी अवैध निर्माण को हटवा दिया जाएगा। इसके बाद धरना स्थगित किया गया।

किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में भी लगे थे पोस्टर
बीते दिनों इसी तरह के पोस्टर किशनपोल विधानसभा क्षेत्र के कल्याण जी के रास्ते के कई मकानों के बाहर चस्पा किए गए थे। उसमें वार्ड 69 के कांग्रेस पार्षद फरीद कुरैशी को हिंदुओं के पलायन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। बीजेपी की ओर से गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया गया लेकिन मकान बेचने वाले अजय कुमार पारीक का कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से फरीद भाई के रिश्तेदार को मकान बेचा है। इसमें दबाव वाली कोई बात नहीं है। इस मामले को धार्मिक विवाद में उलझाने देने पर अजय पारीक ने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा था कि परकोटे में हिंदू मुस्लिम भाईचारे के साथ रहते हैं लेकिन कुछ लोग शायद राजनैतिक स्वार्थ के लिए जानबूझकर द्वेषता फैलाने के लिए इस तरह की हरकतें करते रहे हैं।

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