लखनऊ मेयर सुषमा खरकवाल के सामने BJP पार्षद कूद गए नाले में, आखिर क्‍या दिखाना चाह रहे थे!

लखनऊ

उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के संपन्न हुए कई दिन बीत चुके हैं। हाल ही में नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों ने शपथ भी ग्रहण कर लिया है। अब अपने क्षेत्र की साफ सफाई को लेकर शहर की सरकार एक्शन मोड में गई है। इसी क्रम में लखनऊ की नवनिर्वाचित मेयर सुषमा खरकवाल ने पुराने लखनऊ में निरीक्षण किया। इस दौरान चौक से बीजेपी पार्षद अनुराग मिश्र अन्नू ने दहला कुआ में उतरकर मेयर को नाले की सफाई से रूबरू कराया है।

दरअसल सोमवार को लखनऊ मेयर सुषमा खरकवाल चौक बाजार काली जी वार्ड के पाटा नाले, बड़ी काली जी मंदिर और फूल मंडी का निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं को सुना। वहीं मेयर ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिए हैं। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह व स्थानीय पार्षद अनुराग मिश्रा भी मौजूद रहे। इसी दौरान चौक से बीजेपी पार्षद अनुराग मिश्रा उर्फ अन्नू बड़ी काली जी मंदिर के पास दहला कुआं (नाले) में खुद उतर गए और लखनऊ मेयर सुषमा खरकवाल को नाला सफाई की हकीकत को दिखाया।

लखनऊ नगर आयुक्त से किया अनुरोध
चौक पार्षद अनुराग मिश्र ने बताया कि बड़ी काली जी मंदिर के पास एक नाला है जो सरकटे नाले से जुड़ता है उसमें डेढ़ फीट शिल्ट की शिकायत थी। इसमें नीचे से शिल्ट नहीं हटाई गई थी, लेकिन ऊपर से कूड़ा हटा दिया गया था। जब उस पत्थर को निकाला गया तो ऊपर से पानी दिख रहा था। उन्होंने बताया कि जब बेलचा उसमें गाड़ा तो डेढ़ फीट बेल्चा उसके अंदर चला गया। पार्षद ने कहा कि हम तो शिल्ट भी निकालने जा रहे थे, लेकिन तब तक महापौर ने कहा कि हम समझ गए। वहीं महापौर सुषमा खरकवाल ने नाले की सफाई को लेकर नगर आयुक्त को निर्देश भी दे दिए हैं। इसके साथ ही बीजेपी पार्षद ने कहा कि हम लगातार नगर आयुक्त से अनुरोध कर रहे है कि नालों की सफाई तली तक साफ किया जाए। उन्होंने बताया कि जब नाला तली तक साफ होगा, तब पीछे से आने वाला पानी और कचरा आसानी से निकल जाएगा।

नाले की समस्या इतनी बड़ी कैसे?
बीजेपी पार्षद ने कहा कि बड़ी काली जी मंदिर के पास कई-कई फुट पानी भरता है। इससे वहां के लोग बहुत परेशान है। इसी वजह से मुझे नाले में उतरना पड़ गया। उन्होंने बताया कि प्राइवेट लोगों से नाला साफ कराया जा रहा है, वो लोग ऊपर-ऊपर का कचड़ा साफ कर देते हैं। नीचे तली तक साफ नहीं होता है। शिल्ट मौरंग, बालू, काई और राखी की होती है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी अधिकारियों से इस मामले को लेकर शिकायत की थी। इसके साथ ही बीजेपी पार्षद ने कहा कि बड़े-छोटे सभी नाले सही ढंग से समय-समय पर साफ किए जाएंगे तो कम जलभराव होगा। सरकटा नाला बुलाकी अड्डे से आता है तो अगर ये नाला तली तक साफ होता रहेगा तो पानी निकलता रहेगा। जलजमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं होगी।

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