सम्राट मिहिर भोज की जाति पर फिर भड़की चिंगारी, नोएडा के बाद सहारनपुर में गुर्जर-राजपूत आमने-सामने

नोएडा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में माहौल एक बार फिर से गरम है। सम्राट मिहिर भोज को लेकर दो प्रमुख जातियां- राजपूत और गुर्जर आमने-सामने हैं। सहारनपुर में गुर्जर समाज की गौरव यात्रा से तनातनी बढ़ गई है। गुर्जर समुदाय की तरफ से सम्राट मिहिर भोज गौरव यात्रा निकाले जाने पर राजपूत समाज ने विरोध किया है। इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है। डेढ़ साल पहले गौतमबुद्धनगर में भी मामले ने तूल पकड़ा था। दादरी में सम्राट की प्रतिमा पर जाति लिखे जाने से विवाद हो गया था।

अभी सहारनपुर जिले में दोनों समाज के बीच तनाव व्याप्त है। डेढ़ साल पहले यही हाल नोएडा से दादरी तक का था। दादरी के मिहिर भोज इंटर कॉलेज में प्रतिमा का अनावरण सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था। इसी के मद्देनजर ये विवाद खड़ा हुआ। प्रतिमा के नीचे लिखे गुर्जर शब्द पर काली स्याही लगा दी गई थी। दोनों समाज की तरफ से महापंचायत की गई थी। उस घटना की आंच मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक में देखने को मिली थी। मुरैना, ग्वालियर, भिंड में हिंसा की खबर आई थी।

दोनों समाज की महापंचायतें
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा समाज और करणी सेना ने मिहिर भोज को गुर्जर बताए जाने को लेकर आपत्ति की थी। इसे लेकर क्षत्रिय समाज की साठा चौरासी गांव की महापंचायत प्यावली गांव में हुई थी। उधर गुर्जरों ने रोजा जलालपुर गांव में महापंचायत की। सीएम योगी आदित्यनाथ और दादरी विधायक तेजपाल नागर के पोस्टर और होर्डिग्स फाड़ दिए गए थे। जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास को आ रहे पीएम नरेंद्र मोदी तक के विरोध की तैयारी थी, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से सफल नहीं हो सका।

सहारनपुर में फिर सुलगा मामला
सहारनपुर में गुर्जर समाज ने नकुड विधानसभा क्षेत्र में सम्राट मिहिर भोज गौरव यात्रा निकाले जाने को लेकर जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी। राजपूत समाज ने इसका विरोध किया था। तनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने गुर्जर समाज को अनुमति नहीं दी। डीएम दिनेश चंद्र और एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने धारा 144 का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी दी। लेकिन फंदपुरी से नकुड़ तक करीब 10 किलोमीटर की गौरव यात्रा निकाली गई।

गौरव यात्रा से भड़की चिंगारी
इस दौरान गुर्जर समाज के लोगों ने नारेबाजी की गई। गौरव यात्रा में इतनी जबरदस्त भीड़ थी कि कई किलोमीटर तक जाम लग गया। विरोध में राजपूत समाज ने भी घंटाघर इलाके में प्रदर्शन किया। लगातार फैल रही अफवाहों के बीच जिला प्रशासन ने अगले आदेश तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया। मेरठ की सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान को यात्रा में जाने की तैयारी के बीच गिरफ्तार कर लिया गया।

गुर्जर-राजपूत के अपने दावे
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश में गुर्जर और क्षत्रिय बिरादरी की आबादी है। गुर्जर समाज का मानना है कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर शासक थे। वहीं, राजपूत समाज का कहना है कि वो प्रतिहार वंश के शासक थे। दोनों समाज के अपने-अपने दावे हैं। हालांकि आपसी बातचीत और समझ के आधार पर जिस विवाद को समाप्त समझा जा रहा था, उसकी चिंगारी सहारनपुर में एक बार फिर से भड़कती नजर आ रही है।

About bheldn

Check Also

अब NO राजनीति! दरभंगा AIIMS पर दिल्ली से आई गुड न्यूज, ताजा अपडेट जान लीजिए

दरभंगा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दरभंगा के शोभन बाइपास वाली जमीन को एम्स निर्माण के …