अमेरिका में राहुल के पास बैठीं सुनीता विश्वनाथ कौन हैं, जिस पर BJP सवाल उठा रही

BJP आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा यह कौन हैं? मालवीय ने कहा कि सुनीता विश्वनाथ मानवाधिकार संगठन ‘हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स’ (HfHR) की सह-संस्थापक हैं और भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद जैसे संगठनों के साथ कई कार्यक्रमों की मेजबानी करती हैं। अमेरिकी एक्टिविस्ट सुनीता विश्वनाथ वही हैं जिन्हें तीन साल पहले अयोध्या में एंट्री से रोक दिया गया था।

BJP के खिलाफ लिखती हैं सुनीता
दो साल पहले उन्होंने लेख में कहा था कि भाजपा देश के हिंदुओं को झूठ बेच रही है कि 80 प्रतिशत हिंदू आबादी वाले देश में वे खतरे में हैं। मतलब हिंदू धर्म खतरे में है और वे तभी खुशहाल होंगे तब हिंदुत्व की विचारधारा का सपोर्ट करेंगे। (तस्वीर में सबसे दाएं सुनीता)

जमात-ISI कनेक्शन
अमित मालवीय ने पश्चिम में जमात-आईएसआई गठजोड़ की तरफ भी इशारा किया है। उन्होंने कहा कि सुनीता विश्वनाथ के दूसरे संगठन ‘वूमेन फॉर अफगान वूमेन’ को सोरोस ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से फंडिंग की जाती है। मालवीय ने एक ग्राफिक्स भी शेयर किया है जिसमें सुनीता विश्वनाथ के कनेक्शन दिखाए गए हैं।

सोरोस-विश्वनाथ कनेक्शन
मालवीय ने कहा कि सुनीता, जॉर्ज सोरोस की एक प्रतिनिधि के रूप में काम कर रही हैं। सोरोस ने विपक्षी नेताओं, थिंक टैंक, पत्रकारों, वकीलों और एक्टिविस्टों के नेटवर्क के जरिए भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए 1 अरब डॉलर देने की बात कही थी।

कश्मीर पर भारत विरोधी रुख
कुछ महीने पहले हंगरी मूल के अमेरिकी अरबपति जॉर्स सोरोस की देश में काफी चर्चा हुई थी। बीजेपी ने कहा था कि वह भारत के खिलाफ एजेंडा चला रहे हैं। सोरोस ने कहा था कि मोदी के नेृत्व में भारत तानाशाही व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने 370 खत्म करने का भी विरोध किया था। सुनीता का रुख भी ऐसा ही है।

‘हिंदुत्व से लड़ें हिंदू’
सुनीता विश्वनाथ ने करन थापर के शो में एक साल पहले कहा था कि भारत के हिंदुओं के लिए जरूरी है कि वे हिंदुत्व से लड़ें क्योंकि जो आज हो रहा है वह ‘नरसंहार की शुरुआत’ है।

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