भोपाल
देश के दो बड़े राज्यों में लगातार तीन दिन से चल रहे संघर्षों का आज अंत हो गया। गुरुवार की शाम ढलते ढलते बिहार और मध्यप्रदेश से दुखभरी खबर सामने आई। हम बात कर रहे हैं, बिहार के रोहतास जिले के 12 साल के रंजन और मध्यप्रदेश की ढाई साल की सृष्टि की। दोनों को बचाने के लिए पिछले तीन दिनों से प्रशासन की ओर से रेस्क्यू चल रहा था। हजारों लोग यही दुआ कर रहे थे कि कैसे भी दोनों बच्चों की जान बच जाए, लेकिन शायद यह नियति को मंजूर नहीं था। गुरुवार को दोनों बच्चे जिंदगी की जंग हार गए और कई लोगों को रूला गए।
बिहार के रोहतास जिले के रंजन नाम का ये लड़का पुल से गुजर रहा था। इसी बीच उसने एक कबूतर को पिलर पर बैठा देखा। वो चुपचाप पुल से नीचे उतर कर पिलर पर आ गया। इसके बाद उसने कबूतर को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन कबूतर पिलर और दीवार के बीच में घुस गया। लड़का भी उसके पीछे-पीछे वहीं चला गया। लेकिन अंदर जाते ही लड़का अटक गया। कुल मिलाकर कबूतर पकड़ने के चक्कर में लड़का पिलर और दीवार के बीच जा फंसा।
ऐसे चला रंजन का पता
पुल के पिलर और दीवार के बीच में फंसा 12 साल का रंजन पिछले दो दिन से घर से लापता था। वो मानसिक रूप से बीमार भी बताया जा रहा था। पता चला है कि वो 24 घंटे पहले यानि बुधवार की दोपहर को ही पुल के पिलर और दीवार के बीच फंस गया था। लेकिन किसी को पता नहीं चल पाया। वो रात भर और सुबह में वहीं फंसा रहा। इसके बाद सुबह में एक महिला उधर से गुजर रही थी। सुबह माहौल शांत था तो उसे किसी के रोने की आवाज सुनाई दी। महिला ने जब वहां झांक कर देखा तो लड़के को फंसा देख उसके होश उड़ गए। महिला ने शोर मचाना शुरू किया तो लोग जुटे और 24 घंटे के बाद लड़के के बारे में लोगों को जानकारी हो पाई। इसके बाद उसे बचाने के लिए रेस्क्यू चलाया गया। बच्चे को बाहर निकालने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उसकी जिंदगी नहीं बच पाई।
सीहोर की सृष्टि को बोरवेल ने निकाला लिया गया , पर….
इसी तरह मंगलवार को मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में रहने वाली सृष्टि दोपहर में बोरवेल के अंदर गिरी थी। तीसरे दिन उसे बाहर निकाला गया। बाहर निकलने के बाद सृष्टि अचेत अवस्था में थी। उसे अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल में डॉक्टरों ने इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया है। ढाई साल की सृष्टि तीन दिनों तक बोरवेल के अंदर जिंदगी से जंग लड़ रही थी। लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद उसकी सांसों ने उसका साथ नहीं दिया और सृष्टि ने दम तोड़ दिया।