भोपाल ,
भोपाल में सचिवालय के सामने स्थित एमपी सरकार के सतपुड़ा भवन की बिल्डिंग में सोमवार दोपहर करीब 4 बजे आग लग गई। यह तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई है। आग बुझाने की कोशिशें नाकाम होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एयरफोर्स की मदद मांगी है। रात में ही AN 32 विमान और MI-15 हेलिकॉप्टर यहां पहुंचेंगे, जो आग बुझाने में मदद करेंगे। CM ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर चर्चा कर उन्हें जानकारी दी और जरूरी मदद की मांग की।
सरकार का अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया।
दस्तावेज जलकर राख हुए सतपुड़ा भवन में कई विभागों के दफ्तर हैं, जिनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। चौथी मंजिल पर हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा है। यहां EOW और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच के दस्तावेज रखे थे, जिनके जलने का अनुमान है।
सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री को दी घटना की जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने आग बुझाने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों (आर्मी, एयरफोर्स, भेल, सीआईएएसएफ, एयरपोर्ट और अन्य) से मिली मदद से भी उन्हें अवगत कराया. पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
तीसरे से छठे फ्लोर पर पहुंची आग
सतपुड़ा भवन के थर्ड फ्लोर पर आदिम जाति क्षेत्रीय विकास परियोजना कार्यालय में लगी आग अब छठे फ्लोर तक पहुंच गई है. इसके बाद पूरे इमारत को खाली करा लिया गया है.शुरुआती जानकारी के अनुसार एसी में ब्लास्ट होने के कारण यह आग लगी है. आग लगने के कारण ऑफिस फर्नीचर और महत्वपूर्ण फाइलें जलकर खाक हो गई हैं. अभी एक साल पहले ही इस ऑफिस को रिनोवेट कराया गया था.
आग पर काबू के लिए सेना से ली जा रही मदद
आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां इस पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं. बताया जा रहा है कि संचालक के रूम में लगी आग ने पूरे ऑफिस को अपनी चपेट में ले लिया. इसी बिल्डिंग में 4th-5th फ्लोर पर हेल्थ डायरेक्ट्रोरेट भी है.मंडीदीप और रायसेन से भी फायर फाइटर्स को बुलाया गया है जो आग बुझाने में जुटे हुए हैं. बीपीसीएल की तरफ से भी टीम मदद के लिए भेजी गई है जो अत्याधुनिक मशीनों से लैस है. वहीं Iocl ने भी 4 प्रशिक्षित फायर फाइटर्स, 15 जेट नोजल, 3 अग्निशामक यंत्र, 2 श्वास उपकरण और आवश्यक सामान भेजे हैं.
आग को बुझाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी फायर सर्विस और बीएचईएल की टीम साइट पर काम कर रही है और सेना के विशेषज्ञ भी मौके पर पहुंच गए हैं. आग पर काबू पाने के लिए सेना भी हरकत में आई है और अब एंडवांस फायर सिस्टम के जरिए आग पर काबू की कोशिश हो रही है.
सीएम ने आग बुझाने के लिए मांगी एयरफोर्स की मदद
सतपुड़ा भवन में लगी आग को बुझाने के लिए अब राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री से बात कर आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की मदद मांगी है. इसके बाद राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को मदद करने का निर्देश दिया है.रक्षा मंत्री के आदेश के बाद आज रात AN 32 विमान और MI 15 हेलीकाप्टर भोपाल पहुचेंगे. AN 52 और MI 15 हेलीकॉप्टर से बकेट के जरिए सतपुड़ा भवन में ऊपर से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की जाएगी. एयरफोर्स के विमान की आवाजाही के लिए भोपाल एयरपोर्ट रात भर खुला रहेगा.
दस्तावेज जलकर राख हुए
सतपुड़ा भवन में कई विभागों दफ्तर हैं, जिनमें रखे दस्तावेज जलकर राख हो गए। बताया गया है कि चौथी मंजिल में हेल्थ डिपार्टमेंट की शिकायत शाखा में EOW और लोकायुक्त में कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ की गई शिकायतों और जांच समेत अन्य फाइलें और दस्तावेज रखे थे, जिनके जलने का अनुमान है।मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है।रात 8 बजे तीसरे, चौथे और पांचवें माले पर लगी आग को काबू करने का दावा किया गया। लेकिन 6 फ्लोर पर उठ रही आग की लपटें दूर से ही दिखाई दे रही हैं।
दमकल, SDERF और CISF भी नहीं बुझा सके आग
आग की सूचना मिलते ही 20 से ज्यादा दमकल यूनिट मौके पर पहुंचीं। SDERF और CISF की टीम भी पहुंची। लेकिन आग बुझाने में सफल नहीं हो पाई हैं। गनीमत यह रही कि आग से कोई जनहानि नहीं हुई है।
अब जानिए जिन फ्लोर में आग लगी, वहां कौन से दफ्तर हैं
सतपुड़ा भवन में आग सबसे पहले थर्ड फ्लोर पर लगी। इस फ्लोर पर अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का दफ्तर है। यहां से आग चौथे, पांचवें और छठे फ्लोर तक पहुंची। इन तीनों फ्लोर पर स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर हैं।
पुराने फर्नीचर और कागजों से भड़क रही आग
स्वास्थ्य विभाग में कुछ महीनों पहले इंटीरियर डेकोरेशन और रिनोवेशन का काम कराया गया था। इस दौरान बड़े पैमाने पर लकड़ी की पुरानी अलमारी और दूसरे फर्नीचर निकाले गए थे। जो स्वास्थ्य संचालनालय में ही रखे थे। आग इस पुराने लकड़ी के वेस्ट मटेरियल तक पहुंच गई। इस वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ रही है।
सीएम ने कारण जानने के लिए बनाई कमेटी
सरकारी इमारत सतपुड़ा भवन में लगी आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कमेटी घोषित की है. इस कमेटी में एसीएस होम राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर रहेंगे. कमेटी के सदस्य जांच के प्रारंभिक कारणों का पता लगाकर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे.
2018 में चुनाव के समय लगी थी आग
आपको बता दें कि 14 दिसंबर 2018 को भी सतपुड़ा भवन में भीषण आग लगी थी। तब भी आग से यहां के कई गोपनीय दस्तावेज जलकर खाक हो गए थे। उस समय प्रदेश में चुनाव हुए थे और कांग्रेस जीतकर आई थी। 17 दिसंबर 2018 को कमलनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेनी थी, इससे तीन दिन पहले 14 दिसंबर को आग लग गई थी। 25 जून 2012 को भी यहां भीषण आग लगी थी, लेकिन आज लगी आग इन सबसे खतरनाक है।
कांग्रेस ने आग की घटना को बताया साजिश
इस आग कि तपिश ने कांग्रेस को वहां नया मुद्दा दे दिया है. बता दें कि इस इमारत में मध्य प्रदेश सरकार के कई विभागों के दफ्तर हैं.सतपुड़ा भवन में आग लगने की घटना को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण सुभाष यादव ने साजिश करार दे दिया है. अरुण यादव ने सतपुड़ा भवन में आग लगने पर कहा, ‘आज प्रियंका गांधी जी ने जबलपुर में “विजय शंखनाद रैली” में घोटालों को लेकर हमला बोला तो सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई जिसमें महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गई हैं. कहीं आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साज़िश तो नहीं ! यह आग मध्य प्रदेश में बदलाव के संकेत दे रही है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट कर इस पर निशाना साधा गया है.
कांग्रेस ने शुरू किया है चुनावी अभियान
बता दें कि कर्नाटक चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को जबलपुर से चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है. प्रियंका गांधी ने जबलपुर में शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी ने जो गालियों वाली लिस्ट निकाली थी, बीजेपी के घोटालो की उससे लंबी लिस्ट है. इन्होंने नर्मदा मईया तक को नहीं छोड़ा है. जो निर्माण कर रहे हैं, उसमें भी घोटाला किया. इन्होंने 225 महीनों में 220 घोटाले किए हैं.
एमपी में रिश्वतराज और घोटालाराज है: प्रियंका
शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि ये रिश्वतराज और घोटालाराज है. उन्होंने कहा कि नौकरी, छोटे-छोटे काम के लिए जाते हैं तो रिश्वत देनी पड़ती है. यहां राशन घोटाला, स्कॉलरशिप घोटाला, शिक्षक पात्रता भर्ती घोटाला, व्यापम घोटाला, खनन घोटाला, कोरोना घोटाला, बिजली घोटाला, ई-टेंडर घोटाला. इनकी सरकार की ये लिस्ट मोदी जी की गालियों की लिस्ट से लंबी है. इस दौरान प्रियंका गांधी ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कई घोषणाएं भी की हैं.
प्रियंका गांधी ने किए वादे
1- हर महीने महिलाओं को 1500 रुपये दिए जाएंगे
2- गैस का सिलिंडर 1000 नहीं 500 रुपये का मिलेगा
3- 100 यूनिट बिजली सबके लिए माफ होगी
4- 200 यूनिट बिजली बिल का हाफ होगा
5- सरकार बनी तो एमपी में पुरानी पेंशन लागू करेंगे
6- किसानों का कर्ज माफ करेंगे
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जबलपुर के गौरीघाट में नर्मदा पूजन किया. ब्राह्मणों ने प्रियंका गांधी की नर्मदा पूजा और आरती संपन्न कराई. इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे. जब प्रियंका गांधी नर्मदा की आरती कर रही थीं, उसी दौरान बजरंगबली की वेषभूषा में मौजूद शख्स ने भी नर्मदा आरती की और इस पूरे कार्यक्रम के दौरान गदा उठाए हुए बजरंगवली बना शख्स आकर्षण का केंद्र रहा.