नई दिल्ली
देश में महंगाई ने एक बार फिर सरकार को बड़ा झटका दिया है। चार महीने कम रहने के बाद महंगाई दर फिर बढ़ गई है। जून महीने में खाद्य महंगाई दर बढ़कर 4.49 फीसदी पहुंच गई है। मई महीने में ये आंकड़ा सिर्फ 2.96 फीसदी था। बताया जा रहा है कि दाल-सब्जी के दामों में आई तेजी ने ही महंगाई को बढ़ाया है।
महंगाई ने फिर दिया झटका
अब क्योंकि खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी देखने को मिली, ऐसे में खुदरा महंगाई भी 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई। सरकार के लिए चिंता की बात ये है कि मई में ये आंकड़ा सिर्प 4.31 फीसदी था, यनी कि एक महीने में ये बदलाव देखने को मिला है। इसके ऊपर दाल-सब्जी के दामों में जो तेजी आई है, उसने भी आम लोगों को परेशान कर रखा है। टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं, दूसरी सब्जियों के रेट भी बढ़ गए हैं।
दाल के दामों में क्यों तेजी?
एक आंकड़ा ये भी सामने आया है कि जून में दाल की जो महंगाई दर है वो 10.53 फीसदी पर पहुंच गई है, ये मई में 6.56 प्रतिशत थी। इसी तरह साग-सब्जियों की दर है, वो जून में -0.93 फीसदी दर्ज की गई है। अब सब्जियों के दाम तो ज्यादा हुए ही हैं, मसालों के दामों में भी तेजी चल रही है। इस समय मसालों की महंगाई दर 19.19 फीसदी है, मई में ये आंकड़ा 17.90 फीसदी था।
दूसरे सेक्टरों का क्या हाल?
जानकारी के लिए बता दें कि जून महीने के लिए आरबीआई ने महंगाई दर का प्रोजेक्शन 4.6 फीसदी रखा था। लेकिन असल आंकड़ा उससे ज्यादा निकला है। वैसे सरकार का एक आंकड़ा ये भी बताता है कि मई में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 5.2 फीसदी रहा, जो पिछले साल उसी महीने में 19.7 प्रतिशत पर था। ये आंकड़े चुनावी मौसम में मोदी सरकार के लिए गुड न्यूज नहीं माने जा सकते। वैसे भी इस देश में महंगाई एक बड़ा मुद्दा रहा है, इसमें किसी भी पार्टी जिताने की भी क्षमता है और सत्ता से बेदखल करने की भी।