‘मोहब्बत की दुकान में नफरत की तस्करी’ कमलनाथ के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर भड़के ओवैसी

भोपाल ,

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक बयान को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ समेत राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष तौर से हमला बोला है. कमलनाथ के ‘हिंदू राष्ट्र’ वाले बयान पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा है कि मोहब्बत की दुकान में नफरत की तस्करी हो रही है.

हैदराबाद से AIMIM सांसद ओवैसी ने हालांकि कमलनाथ या राहुल गांधी का नाम नहीं लिया. लेकिन वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के बयान को लेकर उन पर कटाक्ष कर रहे थे. पता हो कि राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान केंद्र के सत्तारूढ़ दल BJP पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया था और कहा कि वह ‘नफरत के बाजार’ में ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलना चाहते हैं.

दरअसल, बीते दिन हिंदू राष्ट्र को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ का एक बयान सामने आया. अपने इस बयान में एमपीसीसी चीफ कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा था कि क्या यह अलग से कहने की जरूरत है कि भारत एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है, जबकि तथ्य यह है कि इस देश में 82 प्रतिशत हिंदू रहते हैं.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कथित मांग के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा था, ”दुनिया की सबसे बड़ी हिंदू आबादी हमारे देश में रहती है. यहां 82 फीसदी हिंदू हैं. यह कोई बहस का मुद्दा नहीं है. ये बताने वाली बात नहीं है. ये आंकड़े हैं…इसे अलग से कहने की क्या ज़रूरत है.”

कमलनाथ के इसी हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”कांग्रेस के मध्य प्रदेश के ‘दिग्गज’ नेता साफ-साफ वही कह रहे हैं जो मोहन भागवत कहते हैं: कि भारत हिंदू राष्ट्र है. भारत सिर्फ एक समुदाय का देश नहीं है. भारत कभी हिंदू राष्ट्र न था, ना है और न कभी होगा.. ‘मोहब्बत की दुकान’ में नफरत की तस्करी हो रही है. दूसरों पर B-Team का ठप्पा लगाने का अधिकार इन्हें कहां से मिला? कल के दिन अगर भाजपा हार भी जाये, तो इस नफ़रत में क्या कोई कमी आएगी?”

बता दें कि ‘बागेश्वर धाम बाबा’ के नाम से भी लोकप्रिय धीरेंद्र शास्त्री हाल ही में कमलनाथ के गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में श्री हनुमत कथा का वाचन कर रहे थे. यह आयोजिन बीते सोमवार को ही संपन्न हुआ है. इससे पहले अपने गृह क्षेत्र में स्वागत करते हुए कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आरती भी उतारी थी. इसे लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कमलनाथ सहित कांग्रेस के कई नेताओं पर हमला भी किया.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर लिखा, मुसलमानों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाने और आरएसएस का एजेंडा ‘हिंदू राष्ट्र’ की वकालत करके संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले बीजेपी के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता.

राहुल और प्रियंका को किया टैग
प्रमोद कृष्णम ने आगे लिखा, आज गांधी की आत्मा रो रही होगी. पंडित नेहरू और भगतसिंह तड़प रहे होंगे. मगर, सेक्युलरिज्म के ध्वजवाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सब खामोश हैं. उन्होंने अपने इस ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग भी किया है.

मुसलमानों के ऊपर “बुलडोज़र” चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान” की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा” के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता,आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत…
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2023

बीजेपी ने किया कांग्रेस पर हमला
आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला किया. बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा, क्या कारण है कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ द्वारा आयोजित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की राम कथा के आयोजन से कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह ,गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया सहित अन्य तमाम नेताओं ने दूरी बनाई है.

कहा कि एक भी कांग्रेस का बड़ा नेता कमलनाथ जी के साथ इस आयोजन में नजर नहीं आया. कांग्रेस के अंदर खाने से चर्चा जोरों पर है कि इस आयोजन को लेकर कांग्रेस के नेताओं के जल्द ही बयान सामने आएंगे. आचार्य प्रमोद कृष्णन का ट्वीट सामने आ चुका है और अन्य नेतागण के बयान भी जल्द सामने आएंगे.

कमलनाथ ने किया पलटवार
कमलनाथ ने बिना नाम लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम पर हमला बोलते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री की कथा छिंदवाड़ा का सौभाग्य है. जो सवाल उठा रहे हैं, उनके पेट में दर्द क्यों है? उन्होंने कथा से कांग्रेस नेताओं की दूरी को भी गलत बताया. कहा कि संतों से कोई दूर नहीं है. दिग्विजय सिंह उनसे मिलने गए थे. जब महाराज जी राघोगढ़ गए तो जयवर्धन के साथ उन्होंने खाना खाया. पचौरी जी, प्रियव्रत जी सब उनके साथ थे.

छिंदवाड़ा में कथा पर बोले कमलनाथ
कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कहा, ‘बागेश्वर महाराज यहां आए, मैंने उनका स्वागत किया. उन्होंने तय किया कि उनको छिंदवाड़ा आना है. तो मैंने कहा कि मैं स्वागत करता हूं. छिंदवाड़ा की जनता का सौभाग्य होना चाहिए कि महाराज जी की कथा सुने और हम सबका सौभाग्य है कि महाराज जी छिंदवाड़ा में आए’.

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