वाशिंगटन/लंदन
अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवारी हासिल करने की दौड़ में शामिल भारतीय-अमेरिकी विवेक रामास्वामी ने संकेत दिया है कि यदि वह उम्मीदवारी नहीं प्राप्त कर पाते हैं तो वह उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। बायोटेक उद्यमी से राजनीतिज्ञ बने रामास्वामी (38) की यह टिप्पणी उनके उस बयान के कुछ दिनों बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति के अलावा किसी अन्य पद में ‘रुचि नहीं’ है।
रामास्वामी ने कहा कि उनका मानना है कि वह केवल राष्ट्रपति के रूप में ही ‘इस देश को फिर से एकजुट’ कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि यदि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तीसरी बार उम्मीदवारी हासिल करते हैं तो वह उनके साथ उपराष्ट्रपति के रूप में काम कर सकते हैं। ब्रिटेन के ‘जीबी न्यूज’ ने जब रामास्वामी से पूछा कि क्या वह ‘‘(77 वर्षीय ट्रंप के) उपराष्ट्रपति बनकर खुश होंगे’’, तो उन्होंने कहा, ‘‘देखते है, यदि ऐसा होता है तो निश्चित रूप से मैं ऐसा करने को तैयार रहूंगा।’’
सिर्फ राष्ट्रपति की जताई थी ख्वाहिश
उन्होंने कहा कि वह नये हैं और उनकी उम्र ट्रंप से लगभग आधी है लेकिन वह उन्हें व्हाइट हाउस में अपनी सेवाएं देने के लिए कह सकते हैं। पिछले साक्षात्कारों में, रामास्वामी ने उपराष्ट्रपति बनने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह देश को केवल तभी बदल सकते हैं जब वह शीर्ष पद पर काबिज होंगे। उन्होंने शनिवार को ‘फॉक्स न्यूज’ से कहा, ‘मुझे सरकार में किसी अलग पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। सच कहूं तो, मैं संघीय सरकार में नंबर दो या तीन बनने के बजाय निजी क्षेत्र में बदलाव लाऊंगा।’
क्या कहता है सर्वे
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों की पहली प्राथमिक बहस में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद विवेक रामास्वामी की लोकप्रियता रेटिंग में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ऑनलाइन तरीके से धन जुटाने की कवायद में इजाफा दिख रहा है। बहस के बाद सामने आए पहले सर्वेक्षण में कहा गया कि 504 उत्तरदाताओं में से 28 प्रतिशत ने कहा कि रामास्वामी ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। उनके बाद 27 प्रतिशत के साथ फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस और 13 प्रतिशत के साथ पेंस हैं। भारतीय अमेरिकी हेली को सात प्रतिशत वोट मिले हैं। ‘फॉक्स न्यूज’ के अनुसार, रामास्वामी पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की बहस के लिए गूगल पर सबसे अधिक खोजे जाने वाले ‘जीओपी’ उम्मीदवार रहे। उनके बाद उनकी साथी भारतीय अमेरिकी निक्की हेली थीं।