पवार पर सस्पेंस, नीतीश की भूमिका तय… मुंबई में टीम-11 बनाने जा रहा I.N.D.I.A एलायंस

नई दिल्‍ली

विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A के नेता 1 सितंबर को मुंबई में बैठक करेंगे। इस बैठक में 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमिटी को अंतिम रूप दिया जाएगा। यह कमिटी, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे, I.N.D.I.A का पूरा कामकाज संभालेगी। 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ यही ‘टीम-11’ I.N.D.I.A की सर्वेसर्वा होगी। इस समिति का गठन मुंबई में होने वाली विपक्षी की तीसरी बैठक का मेन एजेंडा है। बैठक में ज्यादा समय नहीं बचा है और अब तक शरद पवार का रुख साफ नहीं है। मुंबई की मीटिंग करने का जिम्‍मा MVA सहयोगियों- NCP, कांग्रेस और शिवसेना (ठाकरे) के पास है।

हालांकि, पवार की पार्टी में फूट के चलते अटकलों का दौर तेज है। पवार के विरोधाभासी बयानों से कन्फ्यूजन और बढ़ी है। हमारे सहयोगी ‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ से बातचीत में सूत्रों ने कहा कि मुंबई की बैठक में रणनीति और योजना पर गहरी चर्चा होगी। फिर एक संयोजक बनाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार का नाम सर्वसम्मति से संयोजक पद के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार, कोआर्डिनेशन पैनल के लिए हर पार्टी अपने प्रतिनिधि का नाम देगी। बाद में I.N.D.I.A के नेता अपना एक संयोजक चुनेंगे जो ओवरऑल इंचार्ज होगा। एक वरिष्ठ नेता ने कहा ‘मुंबई की बैठक में संयोजक का नाम तय करने के लिए अब देर हो गई है। अगली बैठक में जरूर इसकी घोषणा की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि सबकी सहमति नीतीश कुमार के नाम पर है। नीतीश ने इस पद में काफी दिलचस्‍पी दिखाई है। इससे पहला पटना में विपक्षी दलों ने साथ आकर पहली बार शक्ति प्रदर्शन किया। फिर बेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A तय किया था।

साझा रैलियां करेगा I.N.D.I.A, मुंबई की मीटिंग में फाइनल होगा लोगो
मुंबई की बैठक में I.N.D.I.A का लोगो भी फाइनल किया जाएगा। I.N.D.I.A के नेता एक संयुक्‍त प्रचार कार्यक्रम की घोषणा करेंगे। यह बताने के लिए कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को चुनौती देने के लिए गंभीरता से साथ जुड़े हैं। इस कार्यक्रम के तहत, छह राज्यों में I.N.D.I.A दलों की साझा रैलियां प्‍लान की जा रही हैं।

मुंबई बैठक शरद पवार की पार्टी में बंटवारे और भविष्य में पवार गुट के रुख के बारे में अनिश्चितता के मद्देनजर अटकलों के बीच हो रही है। जबकि पवार के अपने बयानों ने भी भ्रम पैदा कर दिया है। ‘चाणक्य’ कहे जाने जाने वाले पवार ने पिछले कुछ दिनों में कहा है कि वह भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे और विपक्ष को मजबूत करना जारी रखेंगे। भाजपा और उससे अलग हुए NCP गुट पर निशाना साधने वाली उनकी रैलियों ने विपक्षी बैठक से पहले सहयोगी दलों की घबराहट को भी शांत किया है।

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