कोटा में परीक्षा देने के कुछ घंटों बाद 2 छात्रों ने की आत्महत्या, इस साल 24 स्टूडेंट ने दी जान

जयपुर

राजस्थान में मेडिकल और इंजीनियरिंग के कोचिंग हब के रूप में मशहूर कोटा शहर में रविवार को एनईईटी परीक्षा (NEET EXAM) की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद कोटा में इस साल अब तक खुदकुशी करने वाले छात्रों की कुल संख्या बढ़कर 24 हो गई है। आत्महत्या करने वाले छात्रों की पहचान 18 वर्षीय आविष्कार शंबाजी कासले और द्वितीय वर्ष के छात्र आदर्श राज के रूप में की गई।

कोटा में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे दोनों छात्रों ने यह खतरनाक कदम उठाने से पहले एक परीक्षा दी थी। पुलिस को मिले डिटेल्स के अनुसार, अविष्कार ने परीक्षा लिखने के कुछ मिनट बाद लगभग 3.15 बजे कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से छलांग लगा दी। संस्थान के कर्मचारी उसे अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। यह घटना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

इस घटना के कुछ घंटों बाद, बिहार के रहने वाले आदर्श राज ने शाम लगभग 7 बजे अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली। उसने भी परीक्षा दी थी। ऐसा माना जाता है कि उसे परीक्षा में कम अंक मिलने का डर था और इसलिए उसने यह खतरनाक कदम उठाया। पुलिस ने बताया कि खुदकुशी करने वाला दूसरा छात्र आदर्श अपने चचेरे भाइयों के साथ रहता था और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। जब उसे नीचे उतारा गया तो कथित तौर पर उसकी सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।

महाराष्ट्र के लातूर जिले का रहने वाला और 12वीं कक्षा का छात्र अविष्कार तीन साल से कोटा शहर में NEET UG की तैयारी कर रहा था। वह अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में एक किराए के कमरे में रह रहा था। उसके माता-पिता महाराष्ट्र में सरकारी स्कूल के शिक्षक हैं। घटना पर टिप्पणी करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि अविष्कार की कोचिंग संस्थान की छठी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई।

दोनों छात्रों के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है- कोटा पुलिस
पुलिस के मुताबिक, दोनों छात्रों के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने कहा कि दोनों मामले में आगे की जांच जारी है। दोनों छात्रों के शव सोमवार को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जाएंगे। कोचिंग हब कोटा में पिछले साल पंद्रह कोचिंग छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई थी। मौजूदा समय में कोटा में देश भर के लगभग 3 लाख छात्र शहर के विभिन्न संस्थानों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।

इस बीच, कोटा के जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने रविवार को कोचिंग संस्थान को आगामी दो महीनों में कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने संस्थान को कमरों के अंदर सभी पंखों में आत्महत्या रोधी उपकरण लगाने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा बुनकर ने छात्रों को सप्ताह में कम से कम एक ‘मुक्त दिवस (Free Day)’ की अनुमति देने का भी निर्देश दिया। उस दिन कोई कक्षाएं और परीक्षा आयोजित नहीं होंगे।

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