अमरावती
ऐसा लगता है कि टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को जज के सामने पेश करने में अभी और देरी होगी। सत्ताधारी और राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि चंद्रबाबू नायडू को रविवार सुबह 5 बजे जज के सामने पेश किए जाने की संभावना है। नाटकीय घटनाक्रम के बीच चंद्रबाबू नायडू को सड़क मार्ग से नंदयाला से विजयवाड़ा ले जाया गया। उन्हें सीधे विजयवाड़ा स्थित एसआईटी कार्यालय ले जाया गया। एसआईटी के अधिकारियों ने चंद्रबाबू से करीब 5 घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा है कि चंद्रबाबू नायडू जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उधर, चंद्रबाबू के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि वह यह नहीं कह सकते कि उन्हें(चंद्रबाबू नायडू) अदालत के सामने पेश करने में कितना समय लगेगा।
बताया जाता है कि चंद्रबाबू नायडू ने एसआईटी अधिकारियों से कहा है कि उनका एपी कौशल विकास घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि एसआईटी अधिकारियों ने पेंड्याला श्रीनिवास और शेल कंपनी के प्रतिनिधियों के बीच हुई चैट को लेकर चंद्रबाबू नायडू के सामने कुछ सबूत रखे हैं। बताया गया है कि उनसे 20 सवाल पूछे गए। टीडीपी नेता जवाब दिया कि उन्हें उन सभी सवालों की जानकारी नहीं है। सीआईडी डीआईजी रघुरामी रेड्डी के नेतृत्व में एक टीम ने ताडेपल्ली में एसआईटी कार्यालय में चंद्रबाबू नायडू से लंबी पूछताछ की।
अधिकारियों ने चंद्रबाबू नायडू के लिए मेडिकल की व्यवस्था की है। उन्हें विजयवाड़ा सरकारी अस्पताल में ट्रांसफर किया जाएगा और उनकी जांच की जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उधर.. नारा लोकेश और भुवनेश्वरी चंद्रबाबू नायडू से मिलने एसआईटी दफ्तर पहुंची। नंदमुरी बालकृष्ण और नारा ब्राह्मणी हैदराबाद से एक विशेष उड़ान से पहुंचे। जबकि भुवनेश्वरी और ब्राह्मणी एसआईटी के कार्यालय से चले गए। लोकेश और बालकृष्ण वहीं रहे।
जनसेना अध्यक्ष पवन कल्याण चंद्रबाबू नायडू से मिलने के लिए हैदराबाद से सड़क मार्ग से विजयवाड़ा रवाना हुए हैं। इस बीच, विशाखापत्तनम में पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए टीडीपी नेताओं को स्टेशन से जमानत पर रिहा कर दिया गया। गंता श्रीनिवास राव, गणबाबू और दुव्वारापु रामा राव को स्टेशन जमानत पर रिहा कर दिया गया।