मुंबई\नई दिल्ली
भारत के संसद भवन में आज विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई। मौजूदा संसद भवन में कामकाज का आज आखिरी दिन है। भारतीय संसद की 75 साल की प्रगति पर चर्चा में एनसीपी की ओर से सुप्रिया सुले ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने बेहद भावुक होकर अपनी राय रखी। उम्मीद थी कि उस समय सकारात्मक चर्चा होगी लेकिन सत्ता पक्ष के कुछ सांसदों ने राजनीतिक बयान दिए, जो उचित नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम उनसे प्रधानमंत्री का भाषण सुनने और अपनी राय व्यक्त करने की उम्मीद की जाती है। सुप्रिया सुले ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया।
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में नेहरू और आंबेडकर सहित अलग-अलग नेताओं के जिक्र के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री ने बहुत दिनों बाद एक कुशल राजनेता की तरह संसद को संबोधित किया। हालांकि, उन्होंने इस बात को लेकर दुख जताया कि बीजेपी ने सहकारी संघवाद पर विश्वास करने वाली दो हस्तियों- सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का नाम नहीं लिया।
महिला आरक्षण विधेयक पर क्या बोलीं सुले
सुले ने महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश करने की वकालत करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष को यह नहीं भूलना चाहिए कि देश को पहली महिला राष्ट्रपति (प्रतिभा पाटिल), पहली महिला प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी) और पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष (मीरा कुमार) कांग्रेस ने ही दी हैं, इतना ही नहीं, महिला आरक्षण विधेयक भी कांग्रेस की ओर से लाया गया था।
महाराष्ट्र महिलाओं को 33% आरक्षण देने वाला पहला राज्य
सुप्रिया सुले ने कहा कि वह इस बात को लेकर गौरवान्वित हैं कि उनका राज्य महाराष्ट्र महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाला पहला राज्य बना। सुले ने सदन में उपाध्यक्ष का पद अब तक खाली रखे जाने को लेकर सत्ता पक्ष की आलोचना की और उससे आग्रह किया कि कल नये संसद भवन में प्रवेश करने के बाद कम से कम उपाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लिया जाना चाहिए।
भ्रष्टाचार की जांच पर क्या बोलीं सुले
सुप्रिया सुले ने ऐसे प्रयास की आवश्यकता भी जताई कि एक घंटे का प्रश्नकाल किसी भी प्रकार बाधित न हो। बीजेपी बीजेपी के एक सदस्य की ओर से भ्रष्टाचार को लेकर की गयी एक टिप्पणी पर सुले ने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी जांच में हम सब साथ हैं। सुप्रिया सुले ने कहा कि सत्ता पक्ष के सांसदों ने भ्रष्टाचार मिटाने का मुद्दा उठाया। मैं उनका पूरा समर्थन करती हूं। क्योंकि जब प्रधानमंत्री महाराष्ट्र आए थे तो उन्होंने कहा था कि एनसीपी स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी है। उस समय उन्होंने सिंचाई और बैंक भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था।
सुप्रिया सुले ने बीजेपी को दुविधा में डाला
सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं सरकार से पुरजोर अनुरोध करता हूं कि इसकी तुरंत जांच की जाए। सुप्रिया सुले ने यह कहकर बीजेपी को दुविधा में डाल दिया कि हम इस जांच का पूरा समर्थन करेंगे। सुले ने कहा कि जहां तक रिश्तों की बात है तो संसद का हर सदस्य मेरा भाई है। आज की बीजेपी पर नजर डालें तो वहां ज्यादातर सदस्य कांग्रेस से ही गए हैं। सरकार हमेशा कहती है कि आपने साठ साल में क्या किया। लेकिन सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि 60 साल में जो सांसद हमारे पास थे आपके पास गए।