नई दिल्ली
हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसे साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। भारत में इस बीमारी से पीड़ित लोगों को अंदाज़ा तक नहीं है कि वो हाई बीपी के मरीज हैं। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक देश और दुनिया में बीपी के मरीजों की संख्या में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। WHO के मुताबिक भारत में बीपी के मरीजों की बात करें तो देश की 31 फीसदी आबादी या 188.3 मिलियन लोग हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी के साथ जी रहे हैं। अगर भारत की हाई बीपी से ग्रस्त आधी आबादी अपने बीपी को नियंत्रित कर ले तो 2040 तक भारत में कम से कम 4.6 मिलियन यानि 46 लाख मौतों को रोका जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाई ब्लड प्रेशर पर अपनी पहली रिपोर्ट में कहा है कि हाई बीपी की बीमारी दुनिया भर में 3 में से 1 युवा को प्रभावित करती है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक हाई ब्लड प्रेशर को अगर लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो स्ट्रोक, दिल के रोग और किडनी के रोगों का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक हाई बीपी से पीड़ित हर 5 में से 4 लोगों का ठीक से इलाज नहीं किया जाता है।
हाई बीपी से पीड़ित लोगों की संख्या 1990 और 2019 के 650 मिलियन से 1.3 बिलियन हो गई है। अगर समय रहते बीमारी के लक्षणों को पहचान कर कंट्रोल नहीं किया जाए तो बीमारी के बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। आइए जानते हैं कि हाई बीपी के लक्षणों की पहचान कर बीमारी से बचाव कैसे करें।
हाई बीपी के लक्षण
हाई बीपी से जुड़े सामान्य लक्षणों की बात करें तो गंभीर सिरदर्द, सीने में दर्द, चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी होना,मतली रहना,उल्टी होना,आंखों से धुंधला दिखाई देना और तनाव होना शामिल है।
सोडियम का सीमित सेवन करें
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि हाई ब्लड प्रेशर से बचाव करना है तो सोडियम का सेवन कंट्रोल करें। खाने में नमक का अधिक सेवन हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी को बढ़ा सकता है। भोजन में अधिक नमक के सेवन करने से धमनियों में सिकुड़न आती है और ब्लड फ्लो प्रभावित होता है। डाइट में नमक का सेवन ब्लड प्रेशर, हाईपर टेंशन और दिल के रोगों का खतरा बढ़ाता है। वयस्कों को रोज़ाना 5 ग्राम यानी 1 चम्मच से कम नमक का सेवन करना चाहिए।
बॉडी को एक्टिव रखें
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो बॉडी को एक्टिव रखें। फिजिकल एक्टिव रहने के लिए आप वॉक करें,जॉगिंग करें। बॉडी को एक्टिव रखकर आप हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं।
शराब और तंबाकू से परहेज करें
अगर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो आप तंबाकू और शराब का सेवन करने से परहेज करें। ये मादक पदार्थ बीपी के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं। शराब का सेवन करने वाले लोगों में 5 से 10 mmHg तक वृद्धि होती है। इसमें मौजूद केमिकल दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता हैं। एल्कॉहल में मौजूद कैलोरी की अधिक मात्रा आपके वजन को बढ़ा सकती है और आपका बीपी हाई हो सकता है।
मोटापा को कम करें
बढ़ता मोटापा कई क्रॉनिक बीमारियों का कारण बनता है। मोटापा हाई बीपी के कारणों में से एक है। अगर आप भविष्य में हाई बीपी की बीमारी से बचना चाहते हैं तो मोटापा को कंट्रोल कर
बीपी चेक करें
अगर आप ब्लड प्रेशर की बीमारी से बचना चाहते हैं तो हफ्ते में एक से दो बार बीपी मॉनिटरिंग जरूर करें। अगर आप बीपी के मरीज हैं तो रोज़ाना बीपी चेक करें और बीपी कंट्रोल करने वाली दवाई और डाइट का सेवन करें।