नई दिल्ली,
वरिष्ठ कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए अंतरिम बजट को निराशाजनक बताया. साथ ही इसे असफल ग्रेड दी. निर्मला सीतारमण ने जीडीपी का मतलब बताते हुए कहा था कि G का मतलब Governance (शासन), D का मतलब Development (विकास) और P का मतलब Performance (प्रदर्शन) है. इस पर पलटवार करते हुए शशि थरूर ने भी GDP का मतलब बताया. उन्होंने कहा कि ‘G’ का मतलब Governmental intrusion and tax terrorism (सरकारी घुसपैठ और टैक्स टेररिज्म), ‘D’ का मतलब Demographic betrayal (जनसांख्यिकीय विश्वासघात) और ‘P’ का मतलब Poverty and rising inequality (गरीबी और बढ़ती असमानता) है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक शशि थरूर ने कहा कि आम व्यक्ति के जीवन में सुधार के मामले में सरकार को असफल ग्रेड मिलता है. थरूर ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महंगाई ने लोगों पर भारी असर डाला है, निचले स्तर के 20 प्रतिशत लोग बाजार में वह खरीदने में असमर्थ हैं, जो वे एक या दो साल पहले खरीद सकते थे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह आम भारतीय की जीती-जागती हकीकत है, यही कारण है कि सरकार चाहती है कि वे राम मंदिर के नाम पर गर्व करें और उन्हें वोट दें. थरूर ने फॉरेन इन्वेस्टमेंट में इजाफे के वित्त मंत्री के दावों को भी चुनौती दी. उन्होंने कहा कि विदेशी निवेश यूपीए सरकार के तहत सकल घरेलू उत्पाद के 3.6 प्रतिशत के उच्चतम स्तर से गिरकर सकल घरेलू उत्पाद के एक प्रतिशत पर आ गया था.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-2025 के लिए गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान किसानों, युवाओं, महिलाओं और सबसे गरीब परिवारों जैसे समूहों को प्राथमिकता देने के अलावा, निरंतर बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाकर रोजगार पैदा करने पर है.
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के आत्मविश्वास को दर्शाते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार जुलाई में एक पूर्ण बजट पेश करेगी, जिसमें ‘विकसित भारत’ के लिए रोडमैप का विवरण दिया जाएगा. इस पर थरूर ने कहा, ‘पिक्चर अभी बाकी है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब तक वोट नहीं पड़ जाते, उनकी गिनती नहीं की जा सकती और समय आने पर वोट डालना पड़ता है.
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए शशि थरूर ने कहा कि हमने इस देश के युवाओं के साथ विश्वासघात देखा है, दुख की बात है कि अब एक मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी की गई है, हमारे लोकतंत्र की स्थिति क्या है?”
मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकतों में से एक थी और दुनिया भर में इसका सम्मान किया जाता था. आज आप विदेश में कोई भी अखबार उठाते हैं और अब आप केवल अल्पसंख्यकों पर हमले के बारे में पढ़ते हैं. हमारी विविधता पर लगातार हमला हो रहा है.