नई दिल्ली,
लोकसभा में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पुजारी सम्राट की तरह काम कर रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों को दबाने की कोशिश हो रही है. सरकार हर मस्जिद छीनना चाहती है, किसी में हिम्मत नहीं है कि 6 दिंसबर की बात करे. ओवैसी ने सदन में कहा कि 22 जनवरी की बुनियाद 6 दिसंबर को 1992 को रखी गई थी, इसकी बुनियाद 1986 में ताले खोलकर रखी गई थी. 22 जनवरी की बुनियाद जीबी पंत ने रखी थी.
ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि मुझे आज भी संविधान और कानून पर भरोसा है, उन्होंने कहा कि 600 साल की मेहरौली की मस्जिद को बगैर नोटिस दिए डेमोलिश कर दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर मस्जिद को छीनना चाहती है. केंद्र बताए कि आप 17 करोड़ मुसलमानों को क्या पैगाम दे रहे हैं.
ओवैसी ने कहा कि अगर आप हर मस्जिद को छीन लेंगे तो मेरा वजूद क्या मायने रखेगा. उन्होंने कहा कि सरकार 1991 के प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट पर क्यों नहीं बोलती. आप 500 साल की बात करते हैं, मैं कहता हूं कि इस देश को 1947 में आजादी मिली. संविधान में बराबरी का हक मिला. पहले राजा-रजवाड़े थे. जम्हूरियत नहीं थी.
AIMIM प्रमुख ने कहा कि सरकार सोशल मीडिया के जरिए विदेश नीति चला रहे हैं. मालदीव हमें आंख दिखा रहा है, वह चीन की गोद में जाकर बैठ गया है. लद्दाख में चीन की आर्मी आकर चरवाहों को रोक रही है. तो सवाल ये है कि सरकार का बफर जोन कहां गायब हो गया है. उन्होंने कहा कि हम सीएए के खिलाफ इसलिए हैं क्योंकि आप (सरकार ) सीमांचल के मुसलमान को बांग्लादेशी कहते हैं. कोई घुसपैठिया या रोहिंग्या कहता है.